जयपुर. राजधानी के विद्याधर नगर में हाल में सिनेस्टार सिनेमा हॉल में लगी आग को बुझाने के दौरान दो फायर फाइटर दम घुटने से मूर्छित हो गए थे. यही नहीं कई बार फायरमैन आग बुझाते हुए खुद भी झुलस जाते हैं. इस तरह की घटनाओं से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि फायर फाइटर का काम कितना कठिन और खतरों से भरा है. इसी तरह के दुनिया भर के फायरफाइटर्स को उनके इस मुश्किल काम के लिए धन्यवाद देने और सम्मान करने के लिए 4 मई यानी आज दुनियाभर में इंटरनेशनल फायरफाइटर्स डे (International Fire Fighters Day) के रूप में मनाया जा रहा है. फायरफाइटर्स डे के मौके पर जयपुर को आग की घटनाओं से बचाने के लिए यहां का अग्निशमन दस्ता कितना सजग और तैयार है, इसी पर पेश है ये खास रिपोर्ट.
दशहरा हो या दिवाली या कोई भी मौसम आगजनी की घटनाओं से शहर को बचाने के लिए फायर फाइटर्स 24 घंटे सजग और तैयार रहते हैं. राजधानी जयपुर की बात करें तो यहां आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए 12 फायर स्टेशन पर 54 वाहन मौजूद हैं. तंग गलियों में आग पर काबू पाने के लिए मोटरसाइकिल दमकल और बड़ी बिल्डिंग के लिए 42 मीटर और 70 मीटर एएचएलपी मौजूद है.
बीते साल हुई 1300 से ज्यादा आगजनीः राजधानी में बीते साल 1300 से ज्यादा आगजनी की घटनाएं हुई. हालांकि जयपुर की फायर ब्रिगेड ने इन पर समय रहते काबू पाया. चूंकि अब शहर में दो निगम हो गए हैं. ऐसे में फायर डिपार्टमेंट भी दो हिस्सों में बंट गया है. शहर में मौजूद 12 फायर स्टेशन में से 8 ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में जबकि 4 हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में हैं. ग्रेटर निगम सीएफओ जगदीश फुलवारी के अनुसार शहर में आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए फायर टीम पूरी तरह सक्षम है, फिर चाहे बड़ी इमारतें हो या तंग गलियां. हेरिटेज नगर निगम सीएफओ देवेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि नए इक्विपमेंट उपलब्ध कराने के लिए डीएलबी को लिखा है.
ग्रेटर नगर निगम फायर स्टेशन
- वीकेआई
- झोटवाड़ा
- बिंदायका
- 22 गोदाम
- मालवीय नगर
- मानसरोवर
- सीतापुरा
- जगतपुरा (अपैरल पार्क)
ग्रेटर नगर निगम में फायर वाहन
- कुल वाहन - 33
- छोटी बड़ी दमकल - 18
- मोटरसाइकिल दमकल - 9
- एएचएलपी - 1 (70 मीटर)
- मौका मुआयना टीयूवी - 5
हेरिटेज नगर निगम फायर स्टेशन
- आमेर
- घाटगेट
- बनीपार्क
- चौगान