जयपुर. राजस्थान में पर्यटन सीजन शुरू हो गया है लेकिन राज्य में एयर कनेक्टिविटी को लेकर अभी हालात अच्छे दिखाई नहीं दे रहे हैं. इंटर स्टेट एयर कनेक्टिविटी के हाल भी बदहाल है. राजस्थान में एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए हवाई सेवा भी पूर्ण रूप से सुचारू नहीं हो पा रही है.
देशभर में कोविड-19 का कहर बना हुआ है. इसके साथ ही कोविड-19 का सबसे बड़ा असर परिवहन पर देखने को मिला है. राजस्थान में एयर कनेक्टिविटी को लेकर भी हालात अच्छे दिखाई नहीं दे रहे हैं. केंद्र सरकार रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम यानी उड़ान योजना के तहत देश भर में Intra State एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर जोर दे रही है. इसका उद्देश्य यह है कि किसी भी राज्य के एक से दूसरे शहरों के बीच फ्लाइट आसानी से मिल सके.
वहीं उड़ान योजना के चार चरण भी जयपुर एयरपोर्ट पर पूरे हो चुके हैं. जिसके तहत प्रदेश में कई फ्लाइट संचालित हो रही थी लेकिन अभी एक भी संचालित नहीं हो पा रही है. हालांकि, उड़ान योजना से पहले से ही राजस्थान में इंटर स्टेट एयर कनेक्टिविटी के तहत सुप्रीम एयरलाइंस की फ्लाइट चल रही थी लेकिन अगस्त 2018 में श्रीनगर में एयरलाइंस विमान हादसा हो जाने के बाद से फ्लाइट का संचालन बंद कर दिया गया था. हालांकि, तब एयरलाइंस ने कहा था कि फ्लाइट का संचालन 15 अगस्त से दोबारा शुरू करेंगे लेकिन फ्लाइट शुरू नहीं हो सकी.
गुजरात जयपुर से हर तरह से आगे
वहीं प्रदेश की तुलना पड़ोसी राज्य गुजरात से करें तो राजस्थान कई मायनों में पिछड़ता जा रहा है. गुजरात की तुलना में बड़ा राज्य होने के बावजूद ना तो राजस्थान में एयरपोर्ट की संख्या ज्यादा है, ना ही इंटर स्टेट एयर कनेक्टिविटी के मामले में गुजरात के समक्ष है. गुजरात में एक से दूसरे शहर के बीच फ्लाइट संचालित हो रही है और एयर कनेक्टिविटी राजस्थान की तुलना में भी काफी बेहतर है.