जयपुर. राजस्थान एसीबी की जयपुर इकाई ने भरतपुर के वैर में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देते हुए सहकारी समिति के इंस्पेक्टर और लेखापाल को 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एसीबी के एएसपी आलोक चंद्र शर्मा के निर्देशन में ट्रैप की इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
राजस्थान एसीबी की कार्रवाई परिवादी ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसने वैर क्रय-विक्रय सहकारी समिति का समर्थन मूल्य पर सरसों खरीद का ट्रांसपोर्टेशन और हैंडलिंग का कार्य वर्ष 2018-19 में किया था. जिसके कार्य की राशि करीब 65 लाख रुपए विभाग की ओर से बकाया चल रही है.
विभाग के अधिकारियों द्वारा पूर्व में कुछ राशि का भुगतान दबाव बनाकर और धमका कर रिश्वत लेकर किया गया. वर्तमान में सहकारी समिति के इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार जिनके पास वैर सहकारी समिति के जनरल मैनेजर का अतिरिक्त चार्ज है, द्वारा 2 लाख रुपए की राशि का भुगतान करने की एवज में 50 हजार रुपए रिश्वत के रूप में मांगे जा रहे हैं.
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एसीबी द्वारा शिकायत का सत्यापन किया गया और सत्यापन करने के बाद बुधवार को ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देते हुए सहकारी समिति के इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार के कहने पर समिति में संविदा पर लगे लेखापाल हरदयाल धाकड़ को 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के बाद सहकारी समिति के इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार को एसीबी टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया. फिलहाल एसीबी टीम अग्रिम कार्रवाई कर रही है.
जयुपर एसीबी के उप अधीक्षक नीरज गुरनानी ने बताया कि क्रय-विक्रय सहकारी समिति में सरसों खरीद का ट्रांसपोर्टेशन और हैंडलिंग कार्य करने की कुल भुगतान राशि 65 लाख ठेकेदार की समिति में लंबित पड़ी थी. जिसके भुगतान के लिए पीड़ित घूम रहा था और इस भुगतान राशि में 2व रुपये की राशि का भुगतान देने के लिए समिति के इंस्पेक्टर और अकाउंटेंट ने 50,000 की रिश्वत मांगी थी. जिसे रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है.