जयपुर. छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, एनएसयूआई और निर्दलीयों के बीच अब हरियाणा की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की स्टूडेंट विंग इनसो ने भी (INSO in student union election) दस्तक दी है. इनसो ने राजस्थान विश्वविद्यालय में उपाध्यक्ष और महासचिव पद पर मैदान में उतरे दो प्रत्याशियों को अपना कैंडिडेट घोषित किया है. उपाध्यक्ष पद पर कमल किशोर बेनीवाल तो महासचिव पद पर आलोक शर्मा इनसो के बैनर पर चुनाव लड़ेंगे.
इनसो (INSO) के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप देशवाल ने राजस्थान विश्वविद्यालय में जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला की मंजूरी पर कमल किशोर बेनीवाल और आलोक शर्मा को अपना कैंडिडेट घोषित किया. उन्होंने बताया कि से इनसो के संस्थापक डॉ. अजय सिंह चौटाला ने इस विंग की स्थापना साधारण परिवार के छात्रों को राजनीति में प्रवेश करने के लिए एक मंच देने के उद्देश्य से की थी.
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इसी नीति के तहत हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली की छात्र राजनीति में साधारण परिवार के युवाओं को आगे बढ़ाया गया और अब राजस्थान विश्वविद्यालय में भी उनके दोनों प्रत्याशी साधारण परिवार से ही संबंध रखते हैं. उन्होंने कहा कि इनसो की राजस्थान विश्वविद्यालय में एंट्री से पूरे प्रदेश के छात्र वर्ग में जहां उत्साह है, तो वहीं सत्ता पक्ष और इसे जुड़े छात्र संगठन में बेचैनी है.
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उन्होंने कांग्रेस और इससे जुड़े छात्र संगठन पर सत्ता का दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि एनएसयूआई इन चुनावों में काफी पिछड़ चुकी है. उन्होंने कहा की झुंझुनू और कोट कासिम में दो जगह इनसो का पूरा पैनल निर्विरोध चुनाव जीत चुका है. इससे इन चुनावों में उनके संगठन की शानदार शुरुआत हो चुकी है. उन्होंने अपने संगठन के दोनों प्रत्याशियों की जीत का दावा करते हुए कहा कि ये छात्रसंघ चुनाव राजस्थान की छात्र राजनीति (rajasthan university student union election) में एक नए विकल्प के उदय का चुनाव होगा और इनसो राजस्थान के छात्र की आवाज बनने के लिए पूरी तरह तैयार है.