जयपुर. जयपुर के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल किया जा रहा है और तीसरे चरण में स्वदेशी को- वैक्सीन लगभग सफल होती नजर आ रही है. अस्पताल के चिकित्सक डॉ. मनीष कुमार जैन का कहना है कि अब तक अस्पताल में 500 वॉलिंटियर्स पर यह वैक्सीन ट्रायल की जा चुकी है और किसी तरह के कोई साइड इफेक्ट अभी तक देखने को नहीं मिले हैं. इसके अलावा जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सक भी अब इस वैक्सीन के ट्रायल में अपनी भूमिका निभा रहे हैं.
डॉ. मनीष जैन का कहना है कि तीसरे चरण के ट्रायल में करीब 1000 से अधिक वॉलिंटियर्स पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा और अभी तक पहले चरण के दौरान 500 वॉलिंटियर्स पर वैक्सीन का ट्रायल हो चुका है और अब दूसरे चरण में अन्य 500 वॉलिंटियर्स पर ट्रायल की तैयारी अस्पताल में शुरू कर दी गई है. खास बात यह है कि राजस्थान ही नहीं, बल्कि अन्य प्रदेशों से जुड़े वॉलिंटियर्स भी इस वैक्सीन के ट्रायल में अपनी भूमिका निभा रहे हैं. जिनका कहना है कि भारत में यदि वैक्सीन तैयार की है तो भारत के लोग ही इस वैक्सीन के ट्रायल को सफल बना सकते हैं.
शुरुआती वॉलिंटियर्स पर ट्रायल के दौरान अभी तक किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट वैक्सीन का नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में तय माना जा रहा है कि वैक्सीन लगभग सफल होगी. हालांकि कुछ वॉलिंटियर्स में हल्के बुखार की शिकायत जरूर देखने को मिली थी, लेकिन वैक्सीन के ट्रायल से जुड़े चिकित्सकों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति के ट्रायल में सामान्य बुखार आना आम बात है. हालांकि फिर भी अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा वॉलिंटियर्स के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है.