जयपुर.राजस्थान राज्यसभा की चौथी सीट पर भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा के उतरने के बाद यह चुनाव रोचक हो गया है. इस बीच चंद्रा ने मंगलवार को मीडिया से रूबरू होते हुए इन चुनावों में अपनी जीत का गणित भी बताया. चंद्रा ने इन चुनावों में अपनी (Subhash Chandra made a big claim) जीत का दावा करते हुए कहा कि उन्हें भाजपा के 30 विधायकों के अलावा 9 अन्य विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जबकि 8 कांग्रेस विधायक इन चुनाव में क्रॉस वोटिंग करेंगे.
इस तरह बताई अपनी जीत की गणितः पत्रकार वार्ता में डॉ चंद्रा ने कहा कि आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने खुले तौर पर अपने 3 विधायकों का समर्थन मुझे दिया है, जिसके लिए मैं उनका आभारी हूं. वहीं दो विधायक ऐसे हैं जो ना कांग्रेस को वोट देंगे और ना बीजेपी को, संभवतः वो वोट डालने ही नहीं आएं. चंद्रा ने कहा इसके अलावा 4 विधायकों का उन्हें और समर्थन प्राप्त है, जिनके नाम का खुलासा नहीं कर सकते. डॉ सुभाष चंद्र ने यह भी कहा कि जिस प्रकार से 30 मई से लेकर अब तक विधायकों के अलग-अलग बयान उनके सामने आए, उसके बाद वो यह कह सकते हैं कि 8 विधायक ऐसे हैं जो इन चुनाव में क्रॉस वोटिंग करेंगे.
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सचिन पायलट अगर चूक गए तो साल 2028 तक सीएम नहीं बन सकेंगेःडॉ चन्द्रा ने पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट को लेकर भी बड़ा बयान दिया. चंद्रा ने कहा की राज्यसभा चुनाव का सचिन पायलट के पास यह अंतिम मौका है. यदि इसमें चूक गए तो साल 2028 तक वे मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे. चंद्रा ने कहा सचिन पायलट के पिता भी मेरे मित्र थे और खुद सचिन पायलट एक युवा और जुझारू नेता हैं. जिसे राजस्थान की जनता पसंद करती है. चंद्रा ने कहा यही मौका है जब पायलट अपना बदला लेने या मैसेज देने का काम कर सकते हैं, यदि वो यह मौका नहीं चूके तो साल 2023 में उनका कुछ हो सकता है.
बीएसपी से कांग्रेस में आए विधायक वोट देने के अधिकारी नहींःभाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा ने हाल ही में चुनाव आयोग को भी एक पत्र लिखकर बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों के मतदान पर रोक लगाने की मांग की है. चंद्रा ने कहा कि कानूनन रूप से बीएसपी के टिकट से जीतकर कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायक इन चुनाव में वोट नहीं दे सकते. यही कारण है कि उन्होंने चुनाव आयोग में पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया है.
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मैंने सभी 200 विधायकों को किया मैसेज और मांगा समर्थनःडॉ चन्द्रा सुभाष चंद्रा ने आम आदमी पार्टी चुनाव प्रभारी विनय मिश्रा के लगाए आरोपों को भी निराधार बताया. चंद्रा ने कहा कि विनय मिश्रा ने क्या आरोप लगाया है मुझे इसकी जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्रा को राज्यसभा की सीट लेने की इतनी आवश्यकता है क्या कि उसे 40 करोड़ रुपये खर्च करना पड़े. उन्होंने कहा कि मुझे राज्यसभा की सीट चाहिए तो आम आदमी पार्टी वाला खुद हाथ जोड़कर मुझे देगा, वह भी बिना पैसे के. डॉ सुभाष चंद्रा ने इन चुनावों में कांग्रेस की ओर से लगाए जा रहे हॉर्स ट्रेडिंग व अन्य आरोपों को भी सिरे से नकारा.
नामांकन से पहले सीएम गहलोत से भी मांगा था समर्थनःपत्रकार वार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में डॉ सुभाष चंद्र ने कहा कि इन चुनाव में नामांकन दाखिल करने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी समर्थन (Support was also sought from Ashok Gehlot) मांगा था. चंद्रा ने बताया उनका प्रतिनिधि इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मिला, लेकिन मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखते हुए समर्थन देने से इनकार कर दिया. एक सवाल के जवाब में चंद्रा ने कहा की आरएलपी ने इन चुनावों में उन्हें समर्थन दिया है, लेकिन भविष्य में आरएलपी का बीजेपी के साथ वापस गठबंधन होगा, इस बारे में कुछ भी नहीं कह सकते.
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बता दें कि राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए 10 जून को मतदान होगा. चुनाव में कांग्रेस ने 3 प्रत्याशी खड़े किए हैं जबकि भाजपा ने एक प्रत्याशी खड़ा किया है. जबकि डॉ सुभाष चंद्रा के रूप में भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. विधायकों की संख्या के लिहाज से कांग्रेस 2 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है, जबकि बीजेपी 1 सीट पर जीत दर्ज कर सकती है. जबकि 1सीट पर जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस को निर्दलीय व अन्य छोटे दलों के विधायकों का समर्थन प्राप्त करना होगा. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा को भी जीत के लिए बीजेपी के 30 विधायकों के अलावा 11 अन्य निर्दलीय व छोटे दलों के विधायकों का समर्थन जुटाना होगा.