जयपुर.आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देश भर में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2022) बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जयपुर की बड़ी चौपड़ अनूठी सियासत का साक्षी बना. बड़ी चौपड़ पर सत्ताधारी और विपक्षी दल ने परंपरा अनुसार झंडारोहण (Flag hoisting at Badi Chaupar) किया. सोमवार को सत्ताधारी दल की ओर से सीएम अशोक गहलोत, तो वहीं विपक्षी दल भाजपा की ओर से सतीश पूनिया ने झंडारोहण किया.
कल का भारत युवाओं के कंधों पर-गहलोत: जयपुर में बड़ी चौपड़ पर पक्ष की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ध्वजारोहण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि 1947 में जब देश आजाद हुआ था तब कुछ नहीं था. आज हर चीज देश में बनती है. इतिहास गवाह है कि नौजवानों ने देश को आजाद कराने में सब कुछ न्यौछावर किया. इंदिरा गांधी शहीद हो गईं, लेकिन खालीस्तान नहीं बनने दिया. नेहरू ने कहा था कि झंडा कभी झुकने नहीं देना है. कल का भारत युवाओं के कंधे पर है, इसलिए इतिहास को पढ़ें. संविधान की मूल भावना को अपने दिलों में रखें. देश एक रहे अखंड रहे, इसके लिए समर्पित होकर काम करें.
कल का भारत युवाओं के कंधों पर पढ़ें- बड़ी चौपड़ पर सियासत का अनूठा नजारा, सत्तापक्ष पूर्वमुखी तो विपक्ष दक्षिणमुखी होकर फहराते हैं तिरंगा
आम आदमी की भागीदारी बढ़ी- पूनिया: वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने कहा कि किसी भी देश के लिए आजादी का एक वर्ष काफी महत्वपूर्ण होता है, यहां तो 75 वर्ष पूरे हो गए हैं. आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मनाया जा रहा है. राजस्थान में विविधताओं के साथ आजादी का जज्बा और देश के स्वाभिमान का जज्बा रखते हैं. भारत के 20 करोड़ घरों पर तिरंगा देखने को मिला है. राजस्थान की 50 लाख छतों पर तिरंगे देखने को मिले हैं. लोगों ने जाति मजहब की बेड़ियां तोड़ते हुए तिरंगे को मान दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बुनियादी बदलाव आया है. इसमें आम आदमी की भागीदारी बढ़ी है.
ये रहे मौजूद- ध्वजारोहण कार्यक्रम में सत्ता पक्ष की ओर से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नगर निगम हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर, विधायक अमीन कागजी, विधायक रफीक खान, पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल, आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत, विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा, समाज कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष अर्चना शर्मा समेत कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे. वहीं, भाजपा की ओर से जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, बीजेपी जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक समेत बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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वहीं, पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई थी. बड़ी चौपड़ पर चारों तरफ पुलिस के जवान तैनात किए गए थे. डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख, एडिशनल डीसीपी सुमन चौधरी, एसीपी माणक चौक महावीर सिंह, एसीपी रामगंज सुनील प्रसाद शर्मा समेत तमाम पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे.
सालों से निभाई जा रही परंपरा- बता दें, जयपुर की बड़ी चौपड़ पर साल 1947 के बाद से ही इस परंपरा (unique tradition of flag hoisting) को निभाया जा रहा है. जब देश आजाद हुआ था तो उसकी शाम को बड़ी चौपड़ पर तत्कालीन राज्य प्रमुख टीकाराम पालीवाल ने तिरंगा झंडा फहराया था. इस दौरान पूरे राज परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे थे. कांग्रेस नेता गोकुलभाई भट्ट ने भी इस परंपरा को आगे बढ़ाया और फिर सालों से यह रवायत जयपुर की तहजीब का हिस्सा (Best of Bharat) बन चुकी है. जयपुर की बड़ी चौपड़ पर 15 अगस्त हो या फिर 26 जनवरी सत्ता पक्ष की तरफ से पहले मुख्यमंत्री झंडे को फहराते हैं. उसके बाद विपरीत दिशा में नेता प्रतिपक्ष भी तिरंगा लहराने पहुंचते हैं.