जयपुर.'विश्व पेलिएटिव केयर डे' के मौके पर कैंसर चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र के पेलिएटिव केयर विभागाध्यक्ष डॉ. अंजुम खान ने बताया कि, वैश्विक महामारी के दौरान सही समय पर जरूरतमंद तक पेलिएटिव केयर पहुंचाना चुनौतीपूर्ण हो गया है. यही वजह है कि, कोरोना संक्रमण के दौरान कई रोगी गंभीर बीमारी के उपचार में रुकावट के चलते पेलिएटिव केयर की आवश्यकता की श्रेणी में आ चुके हैं.
डॉक्टर अंजुम का कहना है कि, संक्रमण के दौरान सरकार या चिकित्सालय अपने स्तर पर प्रयास कर रही है, लेकिन हर जरूरतमंद को पेलिएटिव केयर मिले. इसके लिए जरूरी है कि, एनजीओ, समाजसेवी संगठन और आमजन भी इसके लिए आगे आएं. पेलिएटिव केयर प्रदान करना महंगा या खर्चीला नहीं है, बस प्रशिक्षण के जरिए घर पर भी पेलिएटिव केयर चिकित्सा दी जा सकती है. इसके लिए रोगी को चिकित्सालय में भर्ती रखना भी अनिवार्य नहीं होता.