जयपुर. प्रदेश में समर्थन मूल्य पर सरसों और चने की खरीद की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है. लॉकडाउन के बीच किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिल सके. इसके लिए सहकारिता विभाग ने पिछले दिनों खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाई थी. इनमें से अब तक 208 खरीद केंद्रों पर 10% पंजीयन सीमा को बढ़ाया जा चुका है.
बुधवार को 69 केंद्रों पर 10 प्रतिशत पंजीयन की सीमा बढ़ाई गई. वहीं समर्थन मूल्य पर अबतक 1.16 लाख मीट्रिक टन सरसों और चने की खरीद कर ली गई है. जिसके एवज में 32 हजार 509 किसानों को 389.71 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है. ये जानकारी सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने दी.
सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना आंजना के मुताबिक खरीद केंद्रों में पंजीयन की सीमा बढ़ाएं जाने के फैसले का लाभ प्रदेश के 15 हजार किसानों को मिलेगा. आंजना ने बताया कि किसान 14 मई से इन केंद्रों पर अपना पंजीयन करा सकते हैं.
सहकारिता मंत्री ने बताया कि सरसों और चने की अब तक हुई खरीद के एवज में भुगतान की गई राशि उनके खातों में जमा कराई गई है. खरीद में 23 हजार 619 किसानों से 272.48 करोड़ रुपये की 61 हजार 587 मीट्रिक टन. वहीं 22 हजार 194 किसानों से 259.03 करोड़ रुपये का 55 हजार 186 मिट्टी टन चना खरीदा जा चुका है. मंत्री के मुताबिक किसानों को उपज बेचने के 3 दिन के भीतर भुगतान की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. प्रदेश में 5 लाख 21 हजार 279 किसानों ने सरसों और चना बेचने के लिए पंजीयन कराया है.
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सहकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव नरेश पाल गंगवार ने बताया कि खरीद में अनुशासनहीनता बरतने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. खरीद की गति बढ़ाने के लिए केंद्रों को दोगनी मात्रा में एसएमएस भेजे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पंजीकृत 5 लाख 21 हजार 279 किसानों में से 1 लाख 60 हजार 637 किसानों को उपज बेचान के लिए दिनांक आवंटन के मैसेज भेजे जा चुके है. जिसमें 86 हजार 478 सरसों और 74 हजार 159 चना के है.