जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को शून्यकाल में कई विधायकों ने सदन में स्थगन प्रस्ताव और नियम 295 के तहत विशेष उल्लेख में अपने क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे उठाए. शून्यकाल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और आमेर विधायक सतीश पूनिया ने आमेर की सेवापुरा ग्राम पंचायत की आबादी क्षेत्र में स्थित कचरा डिपो को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग उठाई. नियम 295 के तहत इस मामले को उठाते हुए उन्होंने कहा कि इस कचरा डिपो के कारण आसपास के लोग परेशान हो रहे हैं और यहां वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है. उन्होंने कहा कि यहां के लोगों का जीना मुहाल हो चुका है. वहीं, कचरे से दुर्गंध तो आती ही है साथ ही इसे जलाने की वजह से लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है और कई तरह की बीमारियों से उन्हें रूबरू होना पड़ रहा है. सतीश पूनिया ने इस कचरा डिपो को अन्य स्थान पर ट्रांसफर किए जाने की मांग की.
वहीं, स्थगन के जरिए सदन में छबड़ा से भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने छबड़ा थर्मल पावर में कार्यरत एमएंडटी कंपनी की अनियमितता का मामला उठाया. प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि छबड़ा में बरसात कम हुई है, थर्मल पावर को कम पानी मिल रहा है और किसानों को भी पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में थर्मल बंद होने की कगार पर पहुंच चुका है. विधायक ने कहा कि थर्मल पावर में काम कर रही एनएंडटी कंपनी की अनियमितता भी सामने आई है, क्योंकि ज़ीरो डिस्चार्ज प्लांट अब तक नहीं लगवाया गया, जिसके कारण यहां का पानी नालों में व्यर्थ जा रहा है. विधायक ने बताया कि प्लांट 20 करोड़ की लागत से बनाया जाना था. प्लांट से आरओ से पानी स्वच्छ किया जाना था, लेकिन यह काम अब तक नहीं हो पाया, इसमें जो-जो दोषी हैं उनकी जांच की मांग भी विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने की.
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वही, शून्य काल में भाजपा के कोटा से विधायक संदीप शर्मा ने हाड़ौती में बंपर गेहूं की फसल होने की बात कही, लेकिन इसकी खरीद का लक्ष्य कम होने पर नाराजगी भी जताई और किसानों को होने वाले नुकसान की तरफ सरकार का ध्यान भी आकर्षित किया. शर्मा ने कहा कि इस बार केवल 5.36 फीसदी ही खरीद का लक्ष्य रखा गया है, जबकि किसानों को बाजार में अपनी फसल का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है. संदीप शर्मा ने कहा कि चना में भी ₹500 प्रति क्विंटल का किसानों को नुकसान हो रहा है और मजबूरन उन्हें अपनी फसल बाजार में बेचना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर बारिश से जिन जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं उन्हें भी अब तक मुआवजा नहीं मिला, क्योंकि पटवारियों की हड़ताल चल रही है और इसी में गिरदावरी का काम नहीं हो रहा. संदीप शर्मा ने सरकार से इस मामले में किसानों के पक्ष में कोई सकारात्मक निर्णय लेने की मांग की.