जयपुर.हेम सिंह राठौड़ शांति नगर एनबीसी के सामने खातीपुरा रोड पर रहता है. उसका बीपीएल का राशन कार्ड बना हुआ है, जिसका क्रमांक 119002013797 है. हेम सिंह के परिवार में 5 सदस्य हैं और वह 13 मई 2016 से 25 किलो प्रतिमाह गेहूं ले रहा है. मानसरोवर के कुछ राशन डीलरों ने रसद विभाग से मिलीभगत कर हेम सिंह राठौड़ के नाम से ही दूसरा बीपीएल का राशन कार्ड बनवा लिया. इस राशन कार्ड में मुखिया हेम सिंह राठौड़ ही है.
बता दें कि इस फर्जी राशन कार्ड का क्रमांक 20000133806 है. हेम सिंह के नाम से बने इस फर्जी राशन कार्ड कार्ड में 7 सदस्यों के नाम हैं. राशन डीलरों ने इस फर्जी राशन कार्ड के जरिए 18 दिसंबर 2016 से 12 मई 2020 तक करीब 16 क्विंटल (1575 किलो) गेहूं और 27 लीटर केरोसीन का गबन कर लिया. एक मई से शुरू की गई चना दाल भी राशन डीलर ने हेम सिंह राठौड़ के नाम से बने फर्जी राशन कार्ड के जरिए निकाल ली. हेम सिंह राठौड़ ने बताया कि मेरे पास गैस कनेक्शन है, जबकि मेरे नाम से बने फर्जी राशन कार्ड में गैस कनेक्शन नहीं दिखाया गया है.
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हेम सिंह राठौड़ ने बताया कि जब वह जन आधार कार्ड के लिए ई-मित्र पर गया, तब उसे उसके नाम से दो बीपीएल के राशन कार्ड होने की जानकारी मिली. हेम सिंह राठौड़ ने इस गबन की शिकायत जिला कलेक्टर को भी की है, जिसके बाद इस मामले में जांच शुरू कर दी गई.
मानसरोवर में उपभोक्ताओं को मिल रहा कम राशन
कोरोना महामारी में जहां सरकार हर गरीब जरूरतमंद का ध्यान रखकर खाद्य सुरक्षा में चयनित परिवार को प्रतिमाह प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं की जगह 10 किलो गेहूं मुहैया करा रही है. वहीं कुछ राशन डीलर इस आदेश की धज्जियां उड़ाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं और महीने में एक बार प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं देकर टरका रहे हैं. राशन डीलर पोस मशीन में एंट्री तो सरकारी आदेश के अनुसार करते हैं. लेकिन राशन की मात्रा कम कर उपभोक्ताओं को गेहूं दिया जा रहा है. महामारी के चलते सरकार अप्रैल और मई में उपभोक्ताओं को 10 किलो गेहूं प्रति व्यक्ति दे रही है. एक मई से सरकार ने चना दाल भी 1 किलो प्रति परिवार के हिसाब से देना शुरू कर दिया है. जब राशन कम देने की शिकायत जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंची तो डीलर उपभोक्ताओं को फोन कर कर अपना पूरा राशन ले जाने की गुहार भी लगा रहे हैं. ऐसी ही कई शिकायतें जिला कलेक्टर के पास भी पहुंच चुकी हैं. राशन डीलर किसी परिवार को 50 की जगह 25 किलो और 20 की जगह 10 किलों गेहूं दे रहे हैं तो किसी को दाल की एंट्री कर दाल भी नहीं दे रहे हैं.