जयपुर. प्रदेश के लोगों को कोरोना के संकट से बचाने के लिए गहलोत सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. लेकिन ऐसा नहीं है कि सरकार इस विश्व व्यापी महामारी की जंग में अकेली है. विभिन वर्ग के लोग भी सरकार के साथ अपने-अपने तरीके से मदद कर रहे हैं. यही वजह है कि भूखों को खाना खिलाना हो या फिर सरकार के राहत कोष में सहायता उपलब्ध कराना. हर कोई अपने-अपने स्तर पर मदद करने में लगा है.
Corona की जंग में प्रदेशवासियों का सहयोग कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री राहत कोष में दो दिन के अंदर 23 करोड़ रुपए से अधिक की सहायता राशि जमा हुई है. सीएम गहलोत की ओर से कोरोना वायरस के संकट से प्रभावित लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दान देने की अपील के दूसरे दिन मंगलवार को भी कोविड-19 राहत कोष में बड़ी संख्या में प्रदेशवासी सहयोग किए. इस फण्ड में अब तक 23 करोड़ रुपए से अधिक की राशि एकत्र हो गई है.
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इन संगठनों ने दी मुख्यमंत्री राहत कोष में सहायता...
- राजस्थान राज्य वित्त निगम ने 51 लाख रुपए
- राजस्थान पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन की ओर से पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह ने 25 लाख रुपए का सहयोग दिया
- केजी कोठारी मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से नवरतन कोठारी ने 11 लाख रुपए की सहायता
- श्री दिगम्बर जैन अतिश्य क्षेत्र श्रीमहावीर जी कमेटी की ओर से सुधांशु कालसीवाल ने 5 लाख रुपए
- श्री दिगम्बर जैन शान्तिनाथ मन्दिर लालकाठी की ओर से प्रदीप कुमार जैन ने 2 लाख 1 हजार रुपए
- सामाजिक अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल और विधायक पदमाराम मेघवाल ने एक-एक लाख रुपए
बड़ी संख्या में लोगों ने छोटी-छोटी राशि भी कोविड-19 राहत कोष में जमा कराई है. मुख्यमंत्री गहलोत ने सभी दानदाताओं का आभार व्यक्त किया है.