जयपुर. आज यानी 8 मार्च को महिला दिवस है. इसका असर भी राजस्थान विधानसभा में दिखाई दिया, जहां मंत्री ममता भूपेश ने सभी विधायकों से बाल विवाह और भ्रूण हत्या रोकने के लिए आज संकल्प लेने की बात कही और प्रदेश में बालिका शिक्षा पर जोर देने के लिए कहा. वहीं, विधायक साफिया जुबेर ने महिला दिवस के अवसर पर जयपुर के घाट गेट पर उपलब्ध 9 बीघा जमीन पर महिला कॉलेज खोलने के लिए जमीन की मांग की.
राजस्थान विधानसभा में दिखा महिला दिवस का असर... विधायक के जुबेर ने अल्पसंख्यक मंत्री साले मोहम्मद से पूछा की घाट गेट पर 9 बीघा जमीन उपलब्ध है क्या महिलाओं के लिए एक शिक्षण संस्थान बनाने का विचार रखते हैं, क्या उसके लिए जमीन दे सकते हैं और अध्यक्ष क्या इस बारे में सरकार से इसकी सिफारिश करेंगे इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि आपकी भावना रिकॉर्ड करवा दी गई है. जिस पर प्रदेश में बाल विवाह के सवाल पर जवाब देते हुए एकमात्र महिला मंत्री ममता भूपेश ने पहले सदन में महिला दिवस की सबको शुभकामनाएं दी. फिर सवाल के जवाब में मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि बाल विवाह गैर जमानती अपराध है. इस पर विधायक ने अपने सवाल में पूछा कि क्या सरकारी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है और बाल विधवाओं को चिन्हित करके उनके जीवन सुधार के लिए क्या योजनाएं हैं.
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इस पर मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि कमेटी जो 2006 में बनी थी उसमें कई विभागों के अधिकारी शामिल हैं. हमारी जितनी भी योजनाएं महिलाओं के प्रति चल रही है उनको अलग से स्थान विधवाओं को दिया गया है और उनका कोटा अलग से फिक्स है. मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि सरकारी आधार पर जो आंकड़े आते हैं. वहीं, संख्या हम सदन में रखते हैं, लेकिन अगर किसी जगह पर कोई अनियमितता है तो आप बताएंगे तो उस पर कार्रवाई हो जाएगी. इसके साथ ही ममता भूपेश ने सदन के विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि बाल विवाह और भ्रूण हत्या जैसे अपराध जो राजस्थान में होता है तो हम लोग एक संकल्प लें कि बाल विवाह किसी पार्टी से जुड़ा विषय नही है.
उन्होंने कहा कि सभी साथियों को मिलकर इस पर अभियान चलाना चाहिए. हम जब भी भाषण दें तो इस बात का जरूर चर्चा करें. वहीं भ्रूण हत्या को लेकर भी मंत्री ने कहा कि इसके खिलाफ भी हर कोई एक हो. उन्होंने महिला दिवस पर सभी सदस्यों से निवेदन करते हुए कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हम सब मिलकर प्रदेश की बालिकाओं को अच्छी शिक्षा देने का एक माहौल बनाएं, ताकि प्रदेश के सर्वांगीण विकास में महिलाओं को भी पूरा मौका मिल सके.