जयपुर.देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसकी चपेट में आईएएस अधिकारी नीरज के पवन भी आ चुके हैं. बयाना के अड्डा में गुर्जरों की महापंचायत में सरकार की ओर से वार्ता के लिए नीरज के पवन को ही भेजा गया था. इस दौरान नीरज के पवन कर्नल बैंसला और विजय बैंसला सहित कई गुर्जर नेताओं के संपर्क में भी आए थे.
मतलब साफ है कि अब कोरोना संक्रमण की जद में कई गुर्जर नेता भी आ सकते हैं, जो गुर्जर महापंचायत में शामिल थे. वहीं सवाल यह भी खड़ा होता है कि जब नीरज के पवन ने अपनी कोरोना की जांच करवाई थी तो जब तक रिपोर्ट नहीं आती, उन्हें होम क्वॉरेंटाइन रहना चाहिए था. या फिर उनमें सर्दी, जुकाम या खांसी के लक्षण थे तो एहतियातन के तौर पर भी उन्हें भीड़ भाड़ वाले इलाके गुर्जर महापंचायत या अन्य जगह नहीं जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मतलब प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों ने ही उस नियम को फॉलो नहीं किया जो उन्हें करना था.