जयपुर. रिश्वतखोरी के प्रकरण में राजस्थान एसीबी की ओर से गिरफ्तार किए गए तत्कालीन बारां जिला कलेक्टर इंद्रसिंह राव से एसीबी अधिकारी लगातार पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
पूछताछ के दौरान पता चला है कि पीए के 1 लाख 40 हजार रुपए की घूस लेने के बाद जब गिरफ्तारी की तलवार इंद्रसिंह राव पर लटकी और राज्य सरकार द्वारा जब उन्हें एपीओ किया गया तो वह जयपुर में अपने दामाद के घर रहने लगा. इंद्रसिंह राव इस दौरान अपना मोबाइल फोन भी अपने घर पर ही छोड़कर चला गया, जिससे उसकी लोकेशन को ट्रेस नहीं किया जा सके. हालांकि एसीबी की टीम गत 1 सप्ताह से इंद्रसिंह राव की हरेक गतिविधि पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए थी.
जब एसीबी की ओर से इंद्रसिंह राव को गिरफ्तार करने की कवायद तेज की गई तो खुद को बचाने के लिए वह मोती डूंगरी गणेश मंदिर जाकर भगवान के सामने माथा टेकना शुरू कर दिया. इंद्रसिंह राव प्रतिदिन दो बार सुबह और शाम दर्शन करने के लिए गणेश मंदिर जाता. जिसे लगातार एसीबी टीम द्वारा मॉनिटर किया जा रहा था.