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SPECIAL : आईटी पेशेवर कर रहे वर्क फ्रॉम होम, हाउसकीपिंग स्टाफ पर गिर रही गाज - corona effect in rajasthan

राजस्थान में कोरोना का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है. इस वजह से सभी ऑफिस एंप्लाइज को work from home यानी घर से काम करने के निर्देश दिए गए है. इस वजह से इन ऑफिस में काम करने वाले पीओन, ऑफिस बॉय, स्वीपर पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं. ऐसी स्थिति में इनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. इन लोगों ने ईटीवी भारत के साथ अपनी समस्या साझा की.

बेरोजगार हाउसकीपिंग स्टाफ, Unemployed housekeeping staff
हाउसकीपिंग स्टाफ हो गए बेरोजगार

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Published : Sep 27, 2020, 2:26 PM IST

Updated : Sep 27, 2020, 9:02 PM IST

जयपुर. राजधानी में हर दिन कोरोना मरीजों का आंकड़ा 300 पार जा रहा है. कोरोना के इसी कहर के चलते अधिकतर आईटी कंपनी अपने एंप्लॉयज से वर्क फ्रॉम होम करा रही हैं, इन कंपनी में करीब 80 से 85 फीसदी कर्मचारी घर से ही काम कर रहे हैं. इसका सीधा असर यहां कार्यरत डेली वेज वर्कर्स पर पड़ रहा है.

ऑफिस में काम करने वाले स्वीपर और ऑफिस बॉय हो गए बेरोजगार

हाउसकीपिंग वर्क नहीं होने की वजह से इन्हें वेतन नहीं मिल रहा जिससे इनका जीवन यापन भी कठिन हो गया है. राजधानी के आर एंड डी इन्फोटेक कंपनी का ऑफिस सूना पड़ा है. ब्लू स्पेरिंग कंपनी में कई फुट की दूरी पर इक्का-दुक्का एंप्लॉय देखने को मिल रहे हैं और वीजी डिजिटल कंपनी के तो सभी एंप्लॉय घर से ही काम कर रहे हैं. इन आईटी कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर, प्रोग्रामर कंप्यूटर और लैपटॉप से ऑफिस के काम निपटा रहे हैं. इन्हीं पर मीटिंग, प्रोजेक्ट डिस्कशन तक हो जाता है.

कोरोना की वजह से बंद है ऑफिस

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इन आईटी, बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग और दूसरी सेवा प्रदाता कंपनीज के एम्प्लॉय आराम से घर बैठकर काम कर रहे हैं, लेकिन इसका सीधा असर यहां काम करने वाले हाउसकीपिंग स्टाफ पर पड़ रहा है.

घर से ही कर रहे है एंप्लाइज काम

अधिकतर कंपनियों ने कार्यालय के हेल्पिंग हैंड कहे जाने वाले पीओन, ऑफिस बॉय, स्वीपर पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं. ऑफिस बॉय रहे शिवराज ने बताया कि पहले जिस आईटी कंपनी में काम करते थे, वहां लॉकडाउन के बाद अब तक ताला जड़ा हुआ है और जब कंपनी प्रतिनिधि को फोन करते हैं तो वो काम पर बुलाने का आश्वासन देकर आर्थिक सहायता की बात को टाल देते हैं.

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वहीं, चार अलग-अलग कंपनी में स्वीपिंग का काम करने वाले बंटी ने बताया कि अब केवल एक कंपनी में सफाई के लिए जाते हैं. वहां भी एक दिन छोड़कर एक दिन सफाई कराई जाती हैं. उसी के अनुसार पेमेंट मिलता है. ऐसे में घर की माली हालत काफी खराब हो चुकी है. हालांकि ऑपरेटिंग एक्सपेंसेस ऑफिस रेंट, इलेक्ट्रिसिटी बिल, इंटरनेट के खर्चे कम होने की वजह से कुछ आईटी कंपनी अपने फोर्थ ग्रेड कर्मचारियों को मिनिमम पेय जरूर दे रहे हैं. हालांकि उन्हें जॉब स्विच करने के लिए कहा जा चुका है. आईटी कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार अधिकतर कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. जो कर्मचारी ऑफिस आ रहे हैं वो भी रोटेशन में आते हैं.

80 से 85 फीसदी कर्मचारी घर से ही कर रहे है काम

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ऐसे में अब फूड कैटरर्स और स्वीपर की नीड खत्म हो चुकी हैं. हालांकि उन्हें फाइनेंशियल हेल्प की जा रही है. लेकिन जब तक परिस्थितियां सामान्य नहीं हो जाती, तब तक ये क्रम ऐसे ही चलेगा. केंद्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आईटी कंपनीज और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग सहित दूसरी सेवा प्रदाताओं के लिए वर्क फ्रॉम होम की समय सीमा 31 दिसंबर तक बढ़ा दी है.आईटी कंपनी के वर्क फ्रॉम होम पर शिफ्ट होने के बाद बेरोजगार हुए ऑफिस बॉय और स्वीपर को इंतजार है कि जल्द परिस्थितियां सामान्य होगी, और उन्हें एक बार फिर काम पर बुलाया जाएगा.

Last Updated : Sep 27, 2020, 9:02 PM IST

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