जयपुर. पाकिस्तान में प्रताड़ना के बाद भारत आकर बसे 45 से ज्यादा पाक अल्पसंख्यक हिंदुओं को राज्य सरकार ने नागरिकता देने की तैयारी कर ली है. बता दें कि गृह विभाग में नागरिकता प्रमाण पत्र पूरे कर लिए गए हैं और उन्हें सौंपने के लिए तारीख का इंतजार किया जा रहा है. हालांकि अब हजारों की तादाद में पाक हिंदू अल्पसंख्यक भारतीय नागिरकता के लिए इंतजार कर रहे हैं.
पाकिस्तानी नागरिकों को हिंदुस्तान की नागरिकता देने की तैयारी पूरी जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में जुल्मों से परेशान से होकर बड़ी संख्या में हिंदू अल्पसंख्यक भारत आकर बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर, जयपुर, जालोर, उदयपुर और पाली आदि जिलों में आकर बस गए. भारत आने के बाद इन पर शारीरिक जुल्म तो कम हो गए, लेकिन समस्याओं ने पीछा नहीं छोड़ा. पहचान के दस्तावेज के अभाव में न तो उन्हें नौकरी मिली और न ही रहने के लिए घर खरीद पाए.
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बता दें कि पाकिस्तान और अन्य देशों से आकर बसे हिंदू अल्पसंख्यकों को 7 साल बाद ही नागरिकता का प्रावधान है, लेकिन कुछ अल्पसंख्यक हिंदू 20 साल से ज्यादा समय से राजस्थान में आकर बसे हुए हैं, लेकिन फिर भी उन्हें नागरिकता नहीं मिल पा रही है. पाक हिंदू अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता लेने के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है. पाक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का मामला पहले भारत सरकार के पास था, लेकिन वर्ष 2016 में इसे राज्य सरकार और जिला कलेक्टरों को हस्तांतरित कर दिया. नागरिकता देने के अधिकार मिलने के बाद भी कोई रुचि नहीं ली गई.
जानकारी के अनुसार 3 साल में महज दो जनों को ही नागरिकता दी गई. इसके बाद इस साल जनवरी के बाद नागरिकता देने के मामलों में गति आई. वहीं अब तक गृह विभाग के स्तर से 129 जनों को नागरिकता दी जा चुकी है और नागरिकता देने का सिलसिला लगातार जारी है. वहीं पाक अल्पसंख्यकों को नागरिकता के एक मामले में हाईकोर्ट में भी सुनवाई हो रही है. राज्य सरकार को 16 सितम्बर को इस मामले में जवाब पेश करना है, ऐसे में सरकार जल्द-जल्द हिंदू अल्पसंख्यकों को नागरिकता के मामले निपटा रही है.