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जयपुर में करीब 525 स्थानों पर गोकाष्ठ और गोबर के कंडे का उपयोग करते हुए जलाई गई होलिका

जयपुर में करीब 525 स्थानों पर गोकाष्ठ और गोबर के कंडे का उपयोग करते हुए होलिका जलाई गई. शहर की करीब 10 गौशालाओं ने इस मुहिम में अपना योगदान दिया. वहीं. ग्रेटर नगर निगम महापौर ने गौ उत्पाद से बनी गुलाल का विभिन्न मंदिरों और रेसिडेंट सोसाइटियों में वितरण करवाया.

जयपुर में होलिका दहन, Jaipur News
जयपुर में गोकाष्ठ और गोबर के कंडे का उपयोग कर जलाई गई होलिका

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Published : Mar 29, 2021, 3:24 AM IST

जयपुर.पर्यावरण और जैविक विविधता के संरक्षण के लिए जयपुर में 525 स्थानों पर गोकाष्ठ और गोबर के कंडे से होलिका दहन किया गया. इस अभियान को सफल बनाने के लिए ग्रेटर नगर निगम उप महापौर पुनीत कर्णावट ने सभी वार्ड पार्षदों और शहर वासियों से पर्यावरण संरक्षण के निमित्त इस अभियान से जुड़ने की अपील की थी.

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होलिका दहन के बाद उपमहापौर ने कहा कि हर वर्ष बड़ी संख्या में हरे पेड़ों की कटाई होती है. इससे पर्यावरण और बायोडायवर्सिटी का नुकसान होता है, जिसकी रक्षा के लिए इस बार गोकाष्ठ से होलिका दहन करने का निर्णय लिया गया था. इसके मद्देनजर जयपुर शहर में कम से कम 525 स्थानों पर होलिका दहन गोकाष्ठ के माध्यम से किया गया. उन्होंने बताया कि गोबर से बनी लकड़ी बनाने का काम बहुत सारी गौशालाएं कर रही है. इस बार बड़ी संख्या में लोग भी इस अभियान से जुड़े.

जयपुर में गोकाष्ठ और गोबर के कंडे का उपयोग कर जलाई गई होलिका

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वहीं, महापौर डॉ सौम्या गुर्जर ने गौ उत्पादों से बना गुलाल शहर के गणेश मंदिर, काले हनुमान जी और गोविंद देव जी सहित जयपुर ग्रेटर के सभी 150 वार्डों के क्षेत्रवासियों को वितरित किया. इसके साथ ही कोरोना ना फैले, इसके लिए गुलाल के साथ 10 हजार मास्क भी वितरित किए गए. इसके अलावा शहर की कई रेजिडेंट वेलफेयर सोसायटियों को भी गौ उत्पादों से बनी गुलाल भेजवाई गई. महापौर ने वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों को भी गुलाल और मिठाइयां बांटकर शुभकामनाएं दी.

डूंगरपुर में शुभ मुहूर्त में किया गया होलिका दहन

डूंगरपुर में रविवार रात को शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया गया. इस दौरान ढोल-कुंडी की थाप के साथ गैर नृत्य किया गया. वहीं, सोमवार को धुलंडी खेली जाएगी. होलिका तैयार होने के बाद देर शाम से दर्शनों को लेकर होड़ रही और पूजा-अर्चना की गई. इसके बाद युवाओं की टोलियों ने ढोल-कुंडी की आवाज के साथ जमकर गैर खेली. इसके बाद शुभ मुहूर्त में विभिन्न होली चौक पर होलिका दहन किया गया. इस अवसर पर कई जगहों पर होली के डांडे को जलाशयों में ले जाकर विसर्जन किया गया. शहर से लेकर गांवों तक होली को लेकर जमकर उत्साह का माहौल रहा. वहीं, होली के दूसरे दिन सोमवार को धुलंडी खेली जाएगी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते इस बार धुलंडी सादगी से मनाई जाएगी. जिले में धुलेंडी को लेकर बडे आयोजन नहीं होंगे और प्रतिकात्मक रूप से गुलाल लगाकर ही होली उत्सव खेला जाएगा. वहीं, प्रशासन की ओर से धुलेंडी को लेकर मुंह पर मास्क ओर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की गई है.

डूंगरपुर में होलिका दहन

नीमकाथाना में धूमधाम से मनाए जा रहे त्योहार
सीकर के नीमकाथाना में होली का पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. नीमकाथाना शहर सहित आस-पास के गांव में होलिका दहन किया गया. नीमकाथाना में रामलीला मैदान छावनी, खेड़ापति बालाजी के पास ,अभय कॉलोनी सहित अनेक जगहों पर पूजा अर्चना के साथ विधि-विधान के साथ होली का दहन कर सुख समृद्धि की कामना की गई. इस दौरान होलिका दहन में अंकुरित धान की बालिया भूनकर परिवार सुख व समॢद्धि के लिए महिलाओं ने मंगल गीत गाकर होली पूजन किया. इसके बाद सोमवार को धुलंडी का पर्व एक-दूसरे को गुलाल लगाकर मनाया जाएगा. होली दहन के दौरान सुरक्षा को लेकर पुलिस के जवान जगह-जगह तैनात रहे, जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं हो. इसके साथ ही शब-ए-बारात का पर्व का पूर्व भी बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया मुस्लिम समाज के लोगों ने खुदा की बारगाह में इबादत कर देश में अमन और भाईचारे की दुआ मांगी

सीकर के नीमकाथाना में होलिका दहन

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