जयपुर.हिमाचल के सोलन जिला पुलिस की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में फरार चल रहे सरगना संदीप टेलर की तलाश में हिमाचल प्रदेश पुलिस की एसआईटी पिछले 2 दिनों से सीकर में कैंप कर रही (Himachal Police in Sikar) है. पेपर लीक करने वाली गैंग का सरगना संदीप चित्तौड़गढ़ में आयकर विभाग में कर सहायक के पद पर तैनात है.
इससे पहले वह शिमला में ढाई साल टेलीकॉम डिपार्टमेंट में नौकरी कर चुका है. शिमला में नौकरी करने के दौरान ही वह गिरोह के अन्य सदस्यों के संपर्क में आया और तब से लगातार उनके संपर्क में है. संदीप का सीकर के शांति नगर में मकान है जहां पर उसका परिवार निवास करता है. यही कारण है कि संदीप का पीछा करते हुए हिमाचल पुलिस सीकर तक पहुंची और सीकर पुलिस के सहयोग से बुधवार को उसके घर पर दबिश दी. हालांकि संदीप घर पर नहीं मिला और पुलिस की दबिश से कुछ समय पहले ही घर से फरार होने की जानकारी मिली है.
पत्नी के खाते में जमा कराई पेपर की रकम: हिमाचल पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक प्रकरण की जांच हिमाचल पुलिस की एसआईटी कर रही है. एसआईटी की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि संदीप ने पेपर बेचने से प्राप्त हुई राशि को अपने बैंक खाते में जमा ना करवा कर अपनी शिक्षक पत्नी रिंकी पूर्वा के बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करवाई. ऐसे में हिमाचल पुलिस ने रिंकी के बैंक खातों को भी फ्रीज करवाया है जिनकी जांच की जा रही है. इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश पुलिस ने संदीप के घर पर दबिश देने के साथ ही उसके परिजनों से भी काफी देर तक पूछताछ की. संदीप ने दो बिचौलिए विरेंद्र कुमार और देवराज के जरिए सोलन व अर्की क्षेत्र के 7 उम्मीदवारों से 3-3 लाख रुपए लिए थे.