जयपुर. संकट में तो अपने भी साथ छोड़ देते हैं, तब सिर्फ भगवान याद आते हैं. हेरिटेज नगर निगम महापौर के साथ भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. अपनी ही पार्टी के पार्षदों की बगावत के बाद महापौर जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी की शरण में पहुंची और यहां पूजा अर्चना की. इसके बाद मेयर की भूमिका अदा करते हुए क्षेत्र का दौरा भी किया.
हेरिटेज नगर निगम में उठा सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित निर्दलीय पार्षद महापौर की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं. महज सवा साल में ही महापौर को कुर्सी से हटाने में लगे हुए हैं. इसमें उन्हें विधायकों का साथ भी मिल रहा है. ऐसे में संकट के इस समय में महापौर शनिवार को गोविंद दरबार पहुंची. महापौर ने कहा कि गोविंद की शरण में कुर्सी पर संकट आने पर ही नहीं, बल्कि हमेशा ही गोविंद की शरण में रहते हैं. उनकी भगवान में आस्था है और हमेशा रहेगी. ईश्वर से बड़ा कोई नहीं.
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उन्होंने कहा कि जिस सीट पर बैठे हैं, कॉन्फिडेंस के साथ काम तो करना ही होगा. कांग्रेस ने उन्हें बनाया है, कांग्रेस के लिए जान हाजिर है. महापौर ने कहा कि उन्हें चारों ही विधायकों की क्लीन चिट है. सभी से बात भी हो चुकी है. बाकी जैसा आलाकमान का फैसला होगा. वे पार्टी के साथ हैं. हालांकि गोविंद देव जी के दर्शन के बाद महापौर एक्शन में भी नजर आई. मंदिर क्षेत्र में ही वार्ड 27 का दौरा (Mayor visit in ward 27) करते हुए महापौर को सफाई व्यवस्था और सड़कों पर हो रहे अतिक्रमण की समस्या देखने को मिली. इस पर उन्होंने अधिकारियों को सख्त रुख अख्तियार करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि हालत बहुत बुरे हैं.
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गोविंद देव जी जयपुर में आस्था का केंद्र हैं. जहां हर दिन हजारों भक्त और सैकड़ों पर्यटक पहुंचते हैं. लेकिन इसी क्षेत्र में अतिक्रमण की बाढ़ आई हुई है. लोगों ने रोड को दुकान बना लिया है. इस अतिक्रमण को हटाया जाएगा. वहीं क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के हालात बेहद खराब हैं. इसे भी दुरुस्त किया जाएगा. क्षेत्र में बनी निगम की दुकानें भी अतिक्रमण की भेंट चढ़ी हुई है. इस पर महापौर ने कहा कि इन से जुड़े सभी दस्तावेज मंगवाए जा रहे हैं. यदि यहां किसी भी तरह का रेवेन्यू बकाया है, तो उसे वसूला जाएगा. नगर निगम को मजबूत करने के लिए रेवेन्यू भी इकट्ठा करना होगा और यदि यहां से रेवेन्यू जनरेट होगा तो उसे भी किया जाएगा. वहीं क्षेत्र में हर सप्ताह शनिवार को लगने वाले हटवाड़ा बाजार को लेकर मेयर ने कहा कि यदि परमिशन नहीं है, तो उसे भी हटाया जाएगा.
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इस दौरान महापौर ने विजिलेंस टीम को रोड पर पड़े सामान को जब्त करने के निर्देश दिए. वहीं दुकानदारों की ओर से किए गए अतिक्रमण पर चालान कर विजिलेंस टीम ने 62,500 का जुर्माना वसूला. इसके साथ ही जय निवास उद्यान के पास निगम की खाली जमीन की सफाई करने के साथ-साथ तारबंदी करने के निर्देश दिए. जबकि उद्यान में पड़े कबाड़ और दूसरे सामान की कमेटी बनाकर नीलामी करने, पार्क में जगह-जगह बिजली के खुले तारों को ठीक करने के साथ सड़कों को सुधारने के भी निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने उद्यान में स्मार्ट सिटी योजना के तहत किए जा रहे काम को घटिया बताते हुए नाराजगी जाहिर की. अपने दौरे के दौरान महापौर ने यहां संचालित आश्रय स्थल और शौचालय का भी निरीक्षण किया.