जयपुर.हेरिटेज नगर निगम में कांग्रेस पार्षद अपने ही बोर्ड और विधायकों की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं हैं. यही वजह है कि अब ये पार्षद खुलकर मुखर हो रहे (Heritage Nagar Nigam congress councillor allegations on MLAs) हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद उमर दराज ने तो ये तक कह दिया कि यदि विधायकों को ही नगर निगम चलाना था, तो निगम का चुनाव कराया ही क्यों? यदि इसी तरह विधायकों की दादागिरी चलेगी, अपने हाथ में कंट्रोल रखेंगे, तो फिर पार्षदों को घर बैठा कर नगर निगम भंग कर दो.
हेरिटेज नगर निगम में विपक्ष तो क्या कांग्रेस के पार्षदों की भी सुनवाई नहीं होने से आक्रोश बढ़ता जा रहा है. वहीं बजट पर चर्चा किए बिना सीधे अनुमोदन के लिए राज्य सरकार को भेजे जाने से रोष और बढ़ गया है. इसे लेकर कांग्रेस के पार्षद अब खुलकर सामने भी आने लगे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षदों उमर दराज ने कहा कि हाल में तो ठेकेदारों ने हड़ताल कर दी. लेकिन इसे बदकिस्मती कहें या सरकार की कमजोरी मानें कि पहली बार सरकार उनकी, बोर्ड उनका, बावजूद इसके बजट पास नहीं कर सके. इससे बड़ी लानत की बात और कोई नहीं हो सकती.
उन्होंने कहा कि हेरिटेज निगम पिछला बजट ही पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाया. जिसका एक बड़ा कारण है कि निगम के पास कोई इनकम सोर्स नहीं और सरकार भी मदद नहीं कर रही. पहली बार तो जयपुर हेरिटेज में कांग्रेस का बोर्ड बना और इसमें भी यदि कांग्रेसी पार्षद ही परेशान हैं और जब पार्षद क्षेत्र में विकास ही नहीं करा सकेगा, तो किस हक से वोट मांगने जाएगा. उन्होंने कहा कि वह पिछले 20 साल से लगातार निगम में पार्षद हैं. लेकिन आज तक किसी भी विधायक ने नगर निगम के काम में हस्तक्षेप नहीं किया. वर्तमान में ये समझ नहीं पा रहे कि यदि विधायकों को ही नगर निगम चलानी थी, तो निगम का चुनाव कराया ही क्यों, प्रशासनिक राज ही कर देते. यदि इसी तरह विधायकों की दादागिरी चलेगी, अपने हाथ में कंट्रोल रखेंगे तो फिर पार्षदों को घर बैठा कर नगर निगम भंग कर दो.
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