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वरिष्ठ नागरिकों के लिए ऑनलाइन सत्र आयोजित करेगी हेल्पलाइन 'शेयरिंग-केयरिंग' - राजस्थान की खबर

जयपुर में बीते 17 अप्रैल को जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने निशुल्क हेल्पलाइन ‘शेयरिंग-केयरिंग’ की शुरुआत की. इस हेल्पलाइन के जरिए वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपयोगी अलग-अलग तरह के ऑनलाइन सत्र आयोजित किए जाएंगे. बता दें कि बुजुर्गों के लिए समर्पित यह हेल्पलाइन अब तक काफी सफल रही है और 1300 से भी अधिक बुजुर्गों की काउंसलिंग और समस्याओं का समाधान भी कर चुकी हैं.

Sessions held for senior citizens, वरिष्ठ नागरिकों के लिए सत्र आयोजित
वरिष्ठ नागरिकों के लिए सत्र होगा आयोजित

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Published : Jun 12, 2020, 3:16 PM IST

जयपुर. कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान जयपुर जिले के वरिष्ठजनों के लिए जिला प्रशासन और जेके लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी की ओर से निशुल्क हेल्पलाइन ‘शेयरिंग-केयरिंग’ शुरू की गई है. ऐसे में अब इस हेल्पलाइन को लॉकडाउन खुलने के बाद और भी प्रभावी बनाया जा रहा है.

वरिष्ठ नागरिकों के लिए सत्र होगा आयोजित

इस हेल्पलाइन के जरिए वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपयोगी अलग-अलग तरह के ऑनलाइन सत्र आयोजित किए जाएंगे. अतिरिक्त जिला कलेक्टर (द्वितीय) और हेल्पलाइन के नोडल अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि बुजुर्गों के लिए समर्पित यह हेल्पलाइन अब तक काफी सफल रही है और 1300 से भी अधिक बुजुर्गों की काउंसलिंग और समस्याओं का समाधान कर चुकी है.

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अब इसमें दूसरे कदम के तौर पर यह तय किया गया है कि हेल्पलाइन द्वारा वरिष्ठजनों के लिए बहुपयोगी निशुल्क ऑनलाइन सत्र रखे जाए. इन सत्रों में चिकित्सकों की सलाह, सरकारी योजनाओं की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा दी जाएगी.

वरिष्ठजन इन सत्रों का लाभ 'वेबिनार' से जुड़कर या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़कर ले सकेंगे. यह सत्र इंटरेक्टिव होंगे. जिसमें वे अपने प्रश्न भी रख सकेंगे. उन्होंने बताया कि ये सत्र प्रारंभ में साप्ताहिक रूप से आयोजित किए जाएंगे और फीडबैक के आधार पर धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी.

यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. रोशन लाल रैना ने बताया कि हेल्पलाइन द्वारा ऑनलाइन सत्रों का आयोजन समर्थ केयर के सहयोग से किया जाएगा. इस हेल्पलाइन की जयपुर में सफलता और उपयोगिता को देखते हुए अब राज्य स्तर पर भी इसके संचालन की मांग आ रही है.

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इस हेल्पलाइन को 17 अप्रैल को जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने शुरू किया था. हेल्पलाइन के समय लॉकडाउन प्रभावी होने से अधिकतर समस्याएं चिकित्सा, दवाओं और राशन के बारे में आती थीं, लेकिन अब लॉकडाउन खुलने के बाद और कई तरह की छूट मिलने के बाद कॉल्स का प्रकार भी परिवर्तित हो रहा है.

इसी कारण यूनिवर्सिटी और जिला प्रशासन ने मिलकर इसमें समय के अनुसार नए प्रयोग करने का निर्णय किया है. समर्थ केयर संस्थान के सीईओ गौरव अग्रवाल ने बताया कि भविष्य में ज्यादा से ज्यादा संस्थानों को इस पहल से जोड़ा जाएगा.

शेयरिंग-केयरिंग को दूसरे राज्यों से भी समर्थन

हाल ही में हेल्पलाइन पर कार्य करने वाली स्टाफ मेम्बर मंजेश के पास मुंबई से एक कॉल आया, जिसमें एक बुजुर्ग ने कार्य के लिए हेल्पलाइन की बहुत प्रशंसा की. यानी दूसरे राज्यों के बुजुर्गो ने भी इस हेल्पलाइन को नोटिस किया और बात की.

जयपुर के गोपालबाड़ी में रहने वाले 98 वर्षीय डीपी अग्रवाल ने बताया कि, “मैं बहुत खुश हूं, हेल्पलाइन से बात कर ऐसा लगा कि जैसे इस मुश्किल समय में मेरा अपना कोई है, हर रोज मुझे समय देने के लिए 'धन्यवाद'.

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इसी तरह चेन्नई के रहने वाले 75 वर्षीय बी राव ने बताया कि, “आपकी आवाज मेरी बेटी जैसी है. मैं जब जयपुर में अकेला रह गया था और मेरा परिवार चेन्नई में था, आपने मेरी बहुत मदद की. इस सत्कार्य के लिए आप और आपकी टीम को ईश्वर आशीर्वाद प्रदान करें.

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