जयपुर.देश के साथ ही पूरे प्रदेश में 16 जनवरी से कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी. प्रदेश में अब तक 3 चरणों में टीका लग चुका है, लेकिन पहले चरण के मुकाबले अन्य दो चरणों में टीकाकरण के गिरते औसत पर चिकित्सा विभाग ने चिंता जाहिर की है और टीकाकरण की गति को बढ़ावा देने के लिए नई तैयारी में जुट गई है, ताकि अधिक से अधिक टीकाकरण किया जा सके.
दरअसल, जब COVID- 19 के टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी, तो सिर्फ उन्हीं हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाया जा रहा था, जिन्होंने कोविड ऐप पर खुद को रजिस्टर किया था और इस ऐप के जरिए मैसेज मिलने के बाद ही हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाया जा रहा था. लेकिन ऐप में समस्या आने के बाद लाभार्थियों के पास मैसेज नहीं पहुंच रहे थे, ऐसे में चिकित्सा विभाग की ओर से टीकाकरण को लेकर जितने हेल्थ वर्कर 1 दिन के लिए रजिस्टर किए गए थे, उसने पहले दिन नहीं पहुंच पाए.
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इसके बाद जब दूसरे चरण के टीकाकरण का कार्यक्रम 18 जनवरी को शुरू हुआ, तो पहले चरण के मुकाबले काफी कम संख्या में लाभार्थी वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचे और तीसरे चरण के टीकाकरण कार्यक्रम के दौरान भी काफी कम संख्या में लाभार्थी सेंटर्स पर पहुंचे, जिसके बाद टीकाकरण के गिरते औसत पर चिकित्सा विभाग ने चिंता जताई और नियमों में बदलाव लाने पर विचार किया जिससे ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण किया जा सके.