जयपुर. राज्य सरकार द्वारा 7 सितंबर से प्रदेश में धार्मिक स्थल खोलने की घोषणा के साथ ही विभिन्न धार्मिक स्थलों पर तैयारी शुरू हो गई है. जयपुर में धार्मिक स्थल खोलने के लिए जरूरी हेल्थ प्रोटोकॉल के ट्रायल शुरू हो गए हैं. बड़े मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों और चर्चओं में अल्कोहल रहीत सैनिटाइजर से छिड़काव किया जा रहा है.
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प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर परिसर में शनिवार को हेल्थ प्रोटोकॉल का ट्रायल किया गया. मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में भी दो गज की दूरी के लिए सफेद गोले बनाए गए. खास बात यह है कि मंदिर प्रबंधन ने अल्कोहल फ्री सेनेटाइजर की व्यवस्था की है. ये रजत भस्म युक्त सैनिटाइजर एक निजी कम्पनी ने बनाया है. यह सैनिटाइजर सौ फीसदी प्राकृतिक, सुरक्षित और प्रभावी है. आंखों और त्वचा के साथ ही बच्चों के लिए भी सुरक्षित माना गया है.
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लगभग पांच माह के बाद भक्त और भगवान का इंतजार अब खत्म होने वाला है. ऐसे में खास ध्यान सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजेशन का रखना पड़ेगा. सैनिटाइजेशन के लिए मंदिरों और मस्जिदों के बाहर विशेष टनल भी बनाए गए हैं. वही, मंदिरों में आरती के समय भक्तों का प्रवेश अभी भी निषेध रहेगा. अब सिर्फ दर्शन के लिए भक्त 30 सेकेंड तक मंदिर में रुकने दिया जाएगा. इसमें 10 साल से कम और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को मंदिर में प्रवेश वर्जित रहेगा.