जयपुर.प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच अब चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने भी यह साफ कर दिया है कि यह महामारी कब तक खत्म होगी इस बारे में कोई भी कुछ कह नहीं सकता. ऐसे में बचाव ही इसका उपचार है, लेकिन राजस्थान में लोगों ने जिस तरह से सावधानी छोड़ी है वह खतरे की घंटी है. राजस्थान विधानसभा में सदन में कोरोना पर चल रही चर्चा के दौरान चिकित्सा मंत्री ने यह बात कही.
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि हम पुलिस और अन्य एजेंसियों के माध्यम से इस तरह की लापरवाही पर सख्ती भी कर सकते हैं. लेकिन हमारे जनप्रतिनिधियों को भी इस मामले में लोगों को जागरूक करना होगा और खास तौर पर जो गाइडलाइन बनी है. जिसमें मुंह पर मास्क लगाना, 2 गज की दूरी रखना, सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकना आदि का भी ध्यान रखना होगा.
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इस बीच सदन में मौजूद भाजपा विधायक मदन दिलावर और अन्य ने चिकित्सा मंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपने तो मुंह पर मास्क नहीं लगाया. तब रघु शर्मा ने कहा कि वो बोलते समय मुंह पर मास्क नहीं लगाते. ऐसे में विपक्ष के अन्य विधायकों ने भी छींटाकशी शुरू कर दी, जिस पर मंत्री ने नाराज होते हुए कहा आप सब इस गंभीर मसले को मजाक के रूप में ना लें. ऐसे में सीपी जोशी को इस दौरान दखल देना पड़ा और विपक्ष के विधायकों को चुप कराना पड़ा.
प्रदेश में है यह व्यवस्था...
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान में कोरोना महामारी से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. डेडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल बनाए गए हैं, तो वहीं 40 निजी अस्पतालों को भी इसके लिए अधिकृत किया गया है. शर्मा ने बताया कि प्रदेश में 42,306 आइसोलेटेड बेड की व्यवस्था उपलब्ध है, वहीं 8090 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की भी सुविधा राजस्थान में उपलब्ध है.