जयपुर. चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष स्क्रीनिंग अभियान चलाएगी. जिसके तहत बीमार व्यक्ति, बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं की स्क्रीनिंग की जाएगी. इसे लेकर 100 घरों में दो स्वास्थ्य कर्मी ट्रेनिंग का काम करेंगे.
जानकारी देते चिकित्सा मंत्री (पार्ट-1) मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कोरोना से होने वाली मृत्युदर में निरंतर कमी आ रही है. वर्तमान में मृत्युदर 1.3 फीसदी रह गई है. ऐसे में आमजन के साथ राज्य के वल्नरेबल ग्रुप (बीमार व्यक्ति, बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं) को कोरोना से बचाने के लिए उनकी विशेष स्क्रीनिं कर रेफरल व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जा रहा है.
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वल्नरेबल ग्रुप्स की होगी विशेष स्क्रीनिंग...
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें पिछले कई महीनों से विशेष स्क्रीनिंग कर रही हैं, लेकिन वल्नरेबल ग्रुप्स पर विशेष फोकस कर 100 घरों पर 2 स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी, जो पल्स आक्सीमीटर से इनके आक्सीजन के स्तर में फर्क का पता लगाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर ऐसे में उनके तापमान में कोई फर्क आए तो उन्हें रैफरल सुविधाएं राज्य सरकार के जरिए दी जाएंगी. जो भी नजदीकी चिकित्सालय होगा वहां उन्हें ले जाया जाएगा.
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मोबाइल OPD वैन से पहुंचाई जा रही निशुल्क दवा...
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में निशुल्क दवा योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिल सके, इसके लिए मोबाइल वैनों के जरिए आमजन तक दवाएं पहुंचाई जा रही हैं. टीबी, मधुमेह, दिल के रोगी सहित अन्य बीमारियों के मरीजों की जांच मोबाइल ओपीडी वैन के चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ कर रहा है. साथ ही निशुल्क दवा भी उन तक पहुंचा रहे हैं.
डाॅ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में भी सभी राष्ट्रीय कार्यक्रम सुचारू रखने के निर्देश दिए जा चुके हैं. प्रदेश में टीकाकरण, टीबी उन्मूलन, मातृ-शिशु सहित अन्य नियमित कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग के साथ चल रहे हैं.