सोनीपत/जयपुर.हरियाणा विजिलेंस टीम (Haryana Vigilance team) ने राजस्थान पुलिस के कॉन्स्टेबल और एक रिटायर्ड डीएसपी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है. पीड़ित ने दोनों पर झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है. पीड़ित का कहना है कि रिटायर्ड अधिकारी हवाला कारोबारी के साथ मिलकर मुकदमे से नाम हटाने को लेकर उनसे रिश्वत मांग रहे थे. पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की बात कही है.
सोनीपत के ओमेक्स सिटी के रहने वाले कारोबारी मनीष भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि जयपुर के रहने वाले हवाला कारोबारी के साथ मिलकर रिटायर्ड डीएसपी, सिपाही और भी कई लोगों ने उनसे 20 लाख रुपए मांग रहे थे. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी वह करीब 15 लाख रुपए दे चुके हैं. पीड़ित शिकायतकर्ता ने बताया कि रिश्वत के नाम पर उसे डराया धमकाया जा रहा था. उससे कहा जा रहा था कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो उसे झूठे मुकदमे में फंसा दिया जाएगा.
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पीड़ित ने बताया कि रिटायर्ड डीएसपी ने जयपुर के रहने वाले एक हवाला कारोबारी के साथ मिलकर उसपर पर एक झूठा मुकदमा भी दर्ज कर लिया है. रिटायर्ड डीएसपी शैलेंद्र सिंह और एसएचओ के रीडर दशरथ सिंह ने उसे डराया था कि अगर पैसे नहीं दिए तो पीड़ित को गिरफ्तार कर लेंगे. पीड़ित शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने विजिलेंस की टीम से दोनों की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद जब कॉन्स्टेबल और रिटायर्ड डीएसपी रिश्वत लेने यहां पहुंचे तो विजिलेंस ने दोनों को (Retired DSP arrested in haryana) गिरफ्तार कर लिया. आपको बता दें कि विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार राजस्थान पुलिस के रिटायर्ड डीएसपी शैलेन्द्र सिंह और जयपुर के चित्रकूट थाने के एसएचओ का रीडर कांस्टेबल दशरथ सिंह मामले में शामिल है.
सोनीपत विजिलेंस टीम के इंचार्ज अनिल (Sonipat Vigilance Team) ने बताया कि मनीष नाम के एक युवक की शिकायत पर राजस्थान पुलिस के रिटायर्ड डीएसपी शैलेंद्र सिंह और चित्रकूट थाने के एसएचओ के रीडर दशरथ सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. दोनों के कब्जे से रिश्वत के 80 हज़ार भी बरामद किए हैं. उन्होंने कहा कि दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.