जयपुर.पंजाब के सियासी संकट को खत्म करने में परदे के पीछे से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब और चंडीगढ़ का प्रभारी बनाया है. हरीश रावत (Harish Rawat ) को हटाकर उनकी जगह हरीश चौधरी को यह जिम्मेदारी दी है. इस संबंध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC ) की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं.
पंजाब के मसले पर पैनी नजर रखने वाले हरीश चौधरी को कांग्रेस ने ऐसे समय में प्रभारी बनाकर भेजा है, जब वहां सियासी घमासान पूरे चरम पर है. हरीश चौधरी इससे पहले भी पंजाब के प्रभारी सचिव रह चुके हैं. पंजाब प्रभारी बनाए जाने के सवाल पर ETV Bharat से हरीश चौधरी ने क्या कुछ कहा था, उन्हीं की जुबानी सुनिए..
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के इंटरव्यू का अंश 7 साल तक पंजाब में काम किया..
पंजाब में जब सियासी चिंगारी धीरे-धीरे सुलग रही थी तब ईटीवी भारत ने हरीश चौधरी से इंटरव्यू के दौरान संगठन में जाने की इच्छा को लेकर सवाल किया था. इस पर चौधरी ने कहा था कि उन्होंने 7 साल तक पंजाब में काम किया है. सभी से व्यक्तिगत संपर्क हैं. सभी लोगों से संवाद भी होता है.
देखिये पूरा इंटरव्यू- पायलट हो या पंजाब पर सवाल, राजस्थान के इस मंत्री ने दिए सभी के जवाब...
अधिकृत तौर पर संवाद कर सकेंगे चौधरी
हरीश चौधरी अब बतौर प्रभारी अधिकृत तौर पर काम कर सकेंगे. मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों और विधायकों तक से चर्चा कर सकेंगे. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान चौधरी से उस ऑडियो टेप के बारे में सवाल किया गया था, जिसे कैप्टन अमरिंदर (Capt Amarinder Singh) ने आलाकमान को सौंपा था, और उसमें हरीश चौधरी की आवाज होने का दावा किया जा रहा था. इस पर हरीश चौधरी ने कहा था कि पंजाब के बारे में उनकी राजनीतिक, सामाजिक और व्यक्तिगत चर्चा लगातार होती रहती है, लेकिन पंजाब में कोई ऐसा कार्य नहीं मिला, जिसके जरिए मैं अधिकृत तौर पर संवाद करूं. इसलिए मेरा अधिकृत तौर पर कोई संवाद नहीं हुआ है.
संगठन में काम करने की इच्छा
हरीश चौधरी ने संगठन में काम करने की इच्छा को लेकर कहा था कि संगठन के अंदर कभी अपनी व्यक्तिगत इच्छा नहीं जताई. 1989 से निजी तौर पर मेरा अनुभव रहा है, उसके आधार पर संगठन में काम करने की रूचि है. संगठन के अंदर रूट लेवल की जिम्मेदारी दी गई तो उसे भी मैंने निभाया. बिहार, उत्तरप्रदेश समेत देश के दूसरे हिस्सों में भी संगठन के लिए काम किया है. सिर्फ किसी स्टेट का प्रभारी बनाया जाए यह मेरी सोच नहीं है. सभी के जीवन में प्राथमिकताएं होती हैं. .