दिल्ली/जयपुर. सांसद हनुमान बेनीवाल ने बुधवार को लोक सभा में बोलते हुए (Nagaur MP Beniwal Big Statement) कहा कि देश की संसद ने शासन-प्रशासन की जवाबदेही पारदर्शिता और आमजन को शासन-प्रशासन से जुड़ी तमाम जानकारी सुलभ रूप से उपलब्ध हो सके, उसके लिए सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 लागू किया. लेकिन आज देश में आरटीआई कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाएं सामने आती हैं. इससे यह लगता है कि सदन को उनकी सुरक्षा को लेकर भी पुख्ता प्रावधान देश में लागू करवाने की जरूरत है.
बाड़मेर आरटीआई कार्यकर्ता हमले की गूंज : सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान के बाड़मेर जिले के आरटीआई कार्यकर्ता (Barmer RTI Activist Attack Case) अमराराम गोदारा का अपहरण कर उस पर जानलेवा हमला किया गया. उसके साथ बेरहमी से पिटाई की गई, पैरों में किलें गाड़ दी गईं और जगह-जगह से उसकी हड्डियों को तोड़ दिया गया. यह सब उसके साथ इसलिए किया गया कि उसने पंचायतों से जुड़े जानकारी सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांग ली. सांसद ने कहा कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वहां की सरकार और पुलिस को तत्काल हमले के साजिशकर्ताओं और सभी आरोपियों की गिरफ्तार करने की जरूरत थी, लेकिन आज तक साजिशकर्ता और मुख्य हमलावर पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
सदन राज्य सरकार और पुलिस को निर्देशित करे : बेनीवाल ने कहा कि देश की संसद ने सूचना का अधिकार अधिनियम बनाया और उसके संरक्षण के लिए भी केंद्र को हस्तक्षेप करने की जरूरत है. अन्यथा दबंगों की मिलीभगत से इस तरह हमले (RLP on Protection for RTI Activists) होते रहेंगे और खौफ के साये में फिर इस अधिकार का, इस कानून का कोई उपयोग नहीं करेगा. इसलिए सरकार अमराराम गोदारा पर हुए जानलेवा हमले के मामले में राजस्थान सरकार को निर्देशित करने की जरूरत है, ताकि अमराराम को न्याय मिल सके.
बाड़मेर में 10 आरटीआई कार्यकर्ताओं पर हुआ हमला : सांसद ने कहा कि केवल बाड़मेर जिले में 10 आरटीआई कार्यकर्ताओं को धमकियां देने, उन पर हमले सहित अन्य मामले भी वहां के थानों में दर्ज हैं, जो यह दर्शाते हैं कि पुलिस आरटीआई कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. सांसद ने कहा कि अमराराम गोदारा अपने बुजुर्ग पिता, पत्नी तथा छोटे बच्चों के साथ जयपुर में न्याय की गुहार लगाकर एक सप्ताह से भी अधिक समय से पुलिस आयुक्तालय जयपुर के सामने शहीद स्मारक पर धरने पर बैठा है. उसके बावजूद सरकार और पुलिस गंभीर नहीं है.