जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार एक बार फिर अनलॉक 1.0 में बदलाव कर गुटखा पान तंबाकू की बिक्री पर रोक लगा सकती है. गुटखा, पान और तंबाकू का सेवन कर सड़कों पर थूकने की मिल रही शिकायतों के बीच प्रदेश की गहलोत सरकार फिर से गुटखा पान तंबाकू को बैन करने पर विचार कर रही है. अनलॉक 1.0 की समीक्षा में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता गुटखा, पान, तंबाकू पर बैन लगाने के पक्ष में अपना सुझाव मुख्यमंत्री को देंगे.
राजस्थान में पान-गुटखा पर बैन! सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव डी बी गुप्ता के पास लगातार इस बात को लेकर शिकायतें पहुंच रही हैं कि प्रदेश में अनलॉक 1.0 में लोग लापरवाही कर रहे हैं, जो गाइड लाइन सरकार ने जारी की उसकी पालना नहीं हो रही है. सड़क पर गुटखा, पान, तंबाकू का सेवन करके लोग थूक रहे हैं, जिससे इन्फेक्शन का खतरा और बढ़ रहा है. ऐसे मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है.
बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव बीडी गुप्ता इस बात के पक्ष में अपना सुझाव तैयार कर रहे हैं कि प्रदेश में फिर से गुटका, पान, तंबाकू पर रोक लगा दी जाए. इन्ही सुझावों को लेकर मुख्य सचिव डी बी गुप्ता मुख्यमंत्री को अनलॉक 1.0 की रिव्यू मीटिंग में रखेंगे. मुख्य सचिव डीबी गुप्ता इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि लोग लगातार मास्क लगाने के निर्देशों की पालना नहीं कर रहे हैं.
डीबी गुप्ता का मानना है कि सरकार द्वारा शक्ति करने का उद्देश्य पैसे वसूल ना नहीं है, लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति गंभीर करना है. जो लोग मांस का उपयोग नहीं कर रहे हैं और गुटका, पान, तंबाकू सड़क पर थूक रहे हैं, वो आम जनता के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई इसलिए की जा रही कि लोगों में नियमों की पालना को लेकर डर बना रहै. इसके बावजूद भी इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसमें लोग गुटखा, पान, तंबाकू का सेवन करके सड़क पर थूंक रहे हैं.
बता दें, प्रदेश की गहलोत सरकार ने लॉकडाउन 5.0 में दी गई छूट के दायरे में बढ़ोतरी करते हुए गुटखा, पान, तंबाकू पर लगी रोक को खत्म किया था. लेकिन, इस दौरान गृह विभाग की तरफ से गाइडलाइन जारी कर दी गई थी कि गुटखा, पान, तंबाकू का सेवन करके सड़कों पर नहीं थूंक जाए. बावजूद इसके जनता इस गाइडलाइन की पालना नहीं कर रही है.