जयपुर. प्रदेश में एक बार फिर गुर्जर आंदोलन की आग सुलगने लगी है. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने 1 नवंबर से आंदोलन की चेतावनी दे दी है. इस बीच गहलोत ने गुर्जर समाज के दूसरे धड़े को वार्ता के बुला लिया है. 41 लोगों का प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार देर रात तक जयपुर पहुंचेगा. सूत्रों की मानें तो मंत्रिमंडल सब कमेटी के साथ इस गुट की वार्ता होगी. हालांकि अभी वार्ता का समय और स्थान तय नहीं हुआ है.
एक तरफ जहां गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आंदोलन की बिगुल बजा दिया है, तो वहीं सरकार इसे डेमेज कंट्रोल में लगी है. सरकार ने गुर्जर समाज के दूसरे गुट को वार्ता के लिए बुला लिया है. गुर्जर नेता हिम्मत सिंह का यह गुट सरकार की ओर से बनाई गई मंत्री मंडल सब कमेटी के साथ वार्ता करेगी.
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इस प्रतिनिधि मंडल में हिम्मत सिंह स्वयं नहीं आ रहे हैं. गुर्जर नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि वे सरकार से वार्ता के लिए नहीं आ रहे हैं, लेकिन गुर्जर समाज के 40 प्रतिनिधि वार्ता के लिए आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि आंदोलन से ज्यादा जरूरी है कि बातचीत के जरिए मामला सुलझा लिया जाए.
गुर्जर प्रतिनिधियों के साथ समझौते के निम्न बिंदू हैं, जिन पर सरकार विचार करें...
- नर्सिंग भर्ती-13/16 के छाया पद देने के आदेश सब कमेटी ने 16 अगस्त 2018 को दिए थे. इसकी पालना होनी चाहिए.
- रीट भर्ती-18 लेवल प्रथम के नियुक्ति आदेश 12 फरवरी 2019 को हुए थे. 10 फरवरी 2019 को MBC आरक्षण विधेयक विधानसभा ने पारित किया. 13 फरवरी 2019 को नोटिफिकेशन लागू हुआ. 13 फरवरी 2019 को ही राजस्थान हाईकोर्ट का इस भर्ती पर स्टे आ गया था. 16 फरवरी 2019 को गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और सरकार के बीच समझौता हुआ, जिसमें प्रक्रियाधीन भर्तियों में आरक्षण देने का वादा किया लेकिन इस भर्ती में नहीं दिया. यदि इसी तरह कोई और भर्ती रह गई हैं, उसमें भी यही प्रक्रिया लागू होनी चाहिए.
- देवनारायण योजना की क्रियान्वयन के लिए 3 लोगों की कमेटी बने, जिस प्रकार 2013 से 2018 की थी. इसी तर्ज पर कमेटी काम करेगी और इसका नाम गुर्जर प्रतिनिधि देंगे.
- गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों की सब कमेटी के साथ प्रत्येक महीने समीक्षा बैठक हो. साथ ही देवनारायण योजना की भी समीक्षा बैठक हो.
- देवनारायण योजना के तहत पीपर्रा में घोषित आवासीय विद्यालय का काम अतिशीघ्र चालू हो.
- आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे वापसी तय सीमा में हो और पूर्व की भांति प्रत्येक महीने में समीक्षा बैठक आयोजित होनी चाहिए.
गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों की सूची जो सरकार के साथ वार्ता करेंगी...
श्रीराम बैंसला, दिवान सिंह शेरगढ़, मेजर सरपंच जसपुरा मौरोली, यादराम पूर्व सरपंच, विजयराम पूर्व सरपंच, पुष्पेन्द्र सिंह जसपुरा मौरौली, दया सरपंच खांन खेड़ा, निहाल सिंह सरपंच आंजन हेड़ा, हरिराम अमीन, हरकिशन रिटायर्ड थानेदार, गुड्ड सरपंच कारवारी पीलूका पुरा, सूबुद्दी नेताजी कारवारी पीलूका पुरा, राजेश सलावाद, बाबू सरपंच समोगर, राजहंस पहलवान अड्डा, नरोत्तम अड्डा, मानसिंह सरपंच अड्डा, कल्याण सरपंच अड्डा, मदन सूपा, राम किशोर पटेल, रामजिलाल सरपंच मौरोली, रामदयाल हरि नगर वेदपुरा, कल्याण नेता, गौर्वधन एडवोकेट, केशव कंमोडों, हरकिशन हवलदार पिपर्रा, देवी सिंह बोरिया पुरा, रामेन्द्र कारवारी पीलूकापुरा, किशन पटेल रिजवास, महाराज सिंह कपूरा, दिवान कपूरा ढ़हरा, प्रहलाद रसेरी, अतर सिंह, कपूरा सरपंच, गोपाल सरपंच, दमोदर पंचायत समिति सदस्य, जय प्रकाश पूर्व सरपंच, परमान्नद पूर्व सरपंच और प्रताप सिंह शेरगढ़.