जयपुर.देवी दुर्गा की आराधना का महापर्व गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri 2022) माघ शुक्ल प्रतिपदा (बुधवार) से शुरू हो रहा है. गुप्त नवरात्र के इन 9 दिनों में साधक देवी की दस महाविद्याओं की पूजा-उपासना करते हैं. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, किसी भी कार्य में मनवांछित सफलता की कामना से गुप्त नवरात्र में किया गया अनुष्ठान विशेष फल देता है. गुप्त नवरात्र की पूजा और व्रत करने वाले साधक अपनी पूजा को गुप्त रखते हैं.
ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार गुप्त नवरात्र में कई खास योग बन रहे हैं. राहु अपनी मित्र राशि वृषभ में स्थित है. सौरमंडल के राजा सूर्य और शनि भी एक साथ मकर राशि में हैं. खास बात यह है कि मकर राशि के स्वामी भी न्याय के देवता शनि हैं. ऐसे में गुप्त नवरात्र में की गई साधना का विशेष फल मिलेगा.