जयपुर.राजस्थान विश्वविद्यालय की पौधशाला में हर साल गुलदाउदी के रंग-बिरंगे फूलों की प्रदर्शनी लगती है. इस साल कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस प्रदर्शनी को रद्द कर दिया गया है. पिछले 34 साल में यह पहली बार हुआ है जब इस प्रदर्शनी को रद्द कर दिया गया है. बता दें कि राजधानी के राजस्थान विश्वविद्यालय की पौधशाला में 1986 से लगातार गुलदाउदी के पौधों की प्रदर्शनी का आयोजन होता रहा है.
प्रदर्शनी को देखने के लिए जयपुर शहर के साथ ही आस-पास के इलाकों से भी हजारों की संख्या में लोग आते हैं. पिछले साल एक ही दिन में गुलदाउदी के करीब पांच हजार पौधे बिके थे. इस साल कोरोना संक्रमण की वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस प्रदर्शनी को निरस्त कर दिया है. यहां तक कि आमजन को गुलदाउदी के पौधे बेचने पर भी रोक लगाई गई है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस साल केवल संस्थाओं, स्कूलों और कॉलेजों को ही गुलदाउदी के पौधे बेचने की अनुमति दी है. ताकि भीड़ कम हो और कोरोना संक्रमण के खतरे से बचा जा सके.विश्वविद्यालय के इस फैसले से गुलदाउदी प्रेमियों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है.
पौधशाला के प्रभारी डॉ. रामावतार शर्मा का कहना है कि देश और प्रदेश के साथ ही जयपुर में भी कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है. इससे बचने के लिए सरकार ने धारा 144 लगाई गई है. ऐसे में इस बार कोरोना गाइड लाइन और धारा 144 की पालना के तहत प्रदर्शनी को रद्द किया गया है. उनका यह भी कहना है कि जयपुर के लोगों में गुलदाउदी की प्रदर्शनी को लेकर खासा उत्साह रहता है. उन्होंने कहा कि पौधे सिर्फ संस्थाओं को बेचे जा रहे हैं, इस बार पहले दिन लगभग 500 पौधे बिके.