जयपुर.महंगाई के खिलाफ कांग्रेस 4 सितंबर को दिल्ली में बड़ी रैली करने जा रही है. चूंकि राजस्थान दिल्ली के सबसे नजदीक उन राज्यों में शामिल है, जहां कांग्रेस पार्टी की ही सरकार है. ऐसे में भीड़ जुटाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी भी राजस्थान पर ही होगी (PCC stresses on Khelo Rajasthan). यही कारण है कि राजस्थान के नेताओं की ओर से दावा किया जा रहा है कि 50,000 से ज्यादा कार्यकर्ता प्रदेश से इस रैली में शामिल होगा.
राजस्थान से 50,000 की उपस्थिति को लेकर सब आश्वस्त हैं लेकिन इस बीच आजाद के कांग्रेस से रुखसत होने के बाद परिस्थिति थोड़ी बदली सी है. आजाद Effect (Azad Resignation effect) ही है कि पार्टी ने आज प्रदेश के हर जिले में बैठक बुलाई है. जिसका मकसद महंगाई को लेकर 4 सितंबर को होने वाली रैली में ज्यादा से ज्यादा संख्या दिल्ली ले जाने को लेकर ताकीद करना है, ताकि राजस्थान से बड़ी संख्या में लोग दिल्ली पहुंचे.
आजाद Effect के मद्दनेजर खबर ये भी है कि 29 अगस्त से शुरू होने वाले "राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक" को लेकर भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने सभी मंत्रियों, विधायकों, विधायक प्रत्याशियों, सांसद प्रत्याशियों, प्रदेश पदाधिकारियों, राजनीतिक नियुक्ति पाने वाले निगम बोर्ड के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, निवर्तमान जिला अध्यक्षों और कांग्रेस के सभी छोटे बड़े पदाधिकारियों को अपने अपने क्षेत्र में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं. कारण साफ है कि इस प्रतियोगिता को शुरू करवाने के बाद सभी नेता अपने-अपने क्षेत्रों में 4 सितंबर को होने वाली रैली में संख्या जुटाने के लिए बैठ के भी करेंगे.