जयपुर. प्रदेश में बढ़े हुए बिजली के बिलों ने आम उपभोक्ताओं की नींद उड़ा रखी है. विपक्षी दल भाजपा भी इसे मुद्दा बना रहा है. वहीं, अब नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश सरकार और डिस्कॉम कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाया है. कटारिया ने सलूंबर के गिंगला गांव में एक किसान को थमाए गए 3 करोड़ 71 लाख से अधिक के बिजली के बिल को दिखाते हुए डिस्कॉम की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए.
कटारिया ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना नेता प्रतिपक्ष ने एक बयान जारी कर कहा बिजली का बिल गांव के किसान माना डांगी का है, जो बिल को देखकर ही परेशान है. कटारिया ने कहा कि डिस्कॉम बिल को कब सुधारेगा, कितना समय लेगा यह अलग बात है. लेकिन एक बार तो किसान परिवार को परेशानी में डाल दिया और उसकी रातों की नींद छीन ली.
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गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि केवल एक किसान ही नहीं बल्कि ऐसे कई किसान हैं, जिनके यहां डिस्कॉम ने लाखों रुपए के बिजली के बिल भेज दिए. ऐसे में प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह आम बिजली उपभोक्ताओं के इस दर्द को समझे और उन्हें राहत पहुंचाएं. गौरतलब है कि बिजली के बढ़े हुए बिलों को लेकर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में लगातार आंदोलन भी कर रही है और इसी को लेकर पार्टी ने हल्ला बोल अभियान भी चला रखा है.
बिजली विभाग की लापरवाही
उदयपुर के ग्रामीण इलाके में स्थित गिंगला गांव में बिजली विभाग ने किसान माना डांगी को 3,71,61,507 रुपए का बिल भेजा है. माना डांगी को यह बिल बिजली विभाग ने उसकी दुकान पर खपत हुई बिजली का दिया है. वहीं, किसान को इस बिल को विलंब तिथि के पहले चुकाने को कहा गया है. अगर यह बिल उसने नियमित तारीख को नहीं चुकाया तो उसे 7 लाख रुपए का विलंब शुल्क जमा कराना होगा. माना डांगी ने ग्रामीणों के सहयोग से बिजली विभाग से इस गलती को दूर करने की गुहार लगाई है.