जयपुर. राजस्थान विधानसभा में करीब तीन दशक बाद शुक्रवार को विभागों के वार्षिक प्रतिवेदन पर चर्चा का दौर शुरू हुआ. इसकी शुरुआत राजस्थान रोडवेज के वार्षिक प्रतिवेदन से हुई. चर्चा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया सहित कई विधायकों ने रोडवेज के सुधार के लिए अहम सुझाव भी दिए लेकिन, इन सुझाव के साथ भाजपा विधायकों के निशाने पर प्रदेश की गहलोत सरकार और परिवहन मंत्री भी रहे.
पढ़ें- LDC भर्ती 2011 : HC ने पूछा,'' खाली पदों को प्रतीक्षा सूची से क्यों नहीं भरा''
चर्चा पर बोलते हुए नेता गुलाबचंद कटारिया ने रोडवेज की मौजूदा स्थिति में सुधार के लिए के सुझाव भी दिए तो साथ ही उन गलतियों को भी सदन में गिनाया जिसके चलते रोडवेज और घाटे में आ सकती है. खासतौर पर इलेक्ट्रिक बसों की खरीद को लेकर रोडवेज चेयरमैन की ओर से की गई.
कटारिया ने ऑनलाइन टिकट को लेकर दिए गए ठेके के कार्य पर भी सवाल उठाए. कटारिया ने कहा की ठेके पर एक काम तो दे दिया इसके बीच में कमीशन के तौर पर करीब 5 करोड़ का भुगतान नहीं किया जाता है लेकिन, इस ऑनलाइन बुकिंग और टिकट के काम में संबंधित ठेका घूमने प्रतिदिन 1 हजार से अधिक टिकट नहीं काटती जबकि कितना कमीशन दिया जा रहा है उसकी तुलना में प्रतिदिन कटने वाले टिकटों की संख्या में वृद्धि होनी चाहिए.