जयपुर.नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश के बजट में स्वास्थ्य की मद पर बजट बढ़ाने की बात भी कही. इस दौरान कटारिया ने कई अहम सुझाव सदन में रखे. कटारिया ने निरोगी राजस्थान नीति पर चर्चा के दौरान जनसंख्या नियंत्रण को लेकर भी कोई नीति-नियम बनाने का सुझाव दिया.
कटारिया ने कहा कि जनसंख्या बढ़ोतरी लगातार हो रही है, उससे अस्पतालों पर भी भार बढ़ रहा है. ऐसे में चाहे केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार आपस में बैठकर इस दिशा में कोई सकारात्मक कदम उठाना चाहिए.
प्रदेश के बजट में स्वास्थ्य पर बहुत कम है बजट...
कटारिया ने कहा कि पिछले कुछ सालों से प्रदेश के बजट में स्वास्थ्य सेवा सुधारने के काफी प्रयास हो रहे हैं. लेकिन आबादी की तुलना में यह नाकाफी है. इस बार भी कुल बजट का महज 6.01 प्रतिशत ही स्वास्थ्य के मद पर रखा गया है. ऐसे में यदि हमें प्रदेश को निरोगी बनाना है तो स्वास्थ्य और चिकित्सा मध्य पर बजट की राशि बढ़ाना होगी. कटारिया ने कहा कि देश में प्रति व्यक्ति सालाना स्वास्थ्य सेवाओं पर 14 हजार रुपए खर्च होता है, लेकिन राजस्थान की बात करें तो साल 2018 में राशि 1 हजार 661 थी.
पौधरोपण में विधायक निधि की एक निश्चित राशि हो खर्च...
कटारिया ने कहा कि विधायक निधि की एक निश्चित राशि हर साल पौधरोपण पर खर्च होने का प्रावधान होना चाहिए, क्योंकि जिस तरह से लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है. उससे भी आमजन के स्वास्थ्य में गिरावट आ रही है. इसमें यदि हमें निरोगी राजस्थान का सपना साकार करना है तो पर्यावरण सुधार पर ध्यान रखना होगा.
निरोगी राजस्थान नीति पर चर्चा के दौरान कटारिया ने दिए कई अहम सुझाव रोके मिलावट खोरी, 8 साल में नहीं हुआ एक भी गिरफ्तार...
कटारिया ने कहा कि स्वास्थ्य में खराबी की एक सबसे बड़ी वजह मिलावट खोरी है. कटारिया के अनुसार जिस प्रकार से लगातार मिलावट बढ़ रही है, वह चिंताजनक है. उनके अनुसार 8 साल में मिलावट के मामले में किसी को भी गिरफ्तार करने के बाद सजा नहीं मिली. इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ हो नहीं सकता. ऐसे में सरकार को मिलावट खोरी रोकने के लिए भी सख्त होना चाहिए, चाहे महीने में 10 लोगों पर ही कार्रवाई करके उन्हें सजा मिले. कटारिया ने कहा चाहे हमारी सरकार और आप सरकार मिलावट खोरी, भ्रष्टाचार इस प्रकार की चीजें सामने आती थी पर इन्हें रोकना जरूरी है.
खेलों को इग्नोर न करें, अच्छे डॉक्टर का हो सम्मान...
कटारिया ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि वर्तमान में हमने बच्चों को खेल से दूर कर दिया. चाहे स्कूल में खेल गतिविधियां हों या पीटीआई शिक्षकों की कमी इसके कई कारण हैं. कटारिया ने कहा कि खेलों में 2 बीमारियों से दूर होंगे तो सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. कटारिया के अनुसार स्कूल के स्तर पर मैदानों और अधिक शिक्षकों की कोई कमी ना हो, इसकी व्यवस्था होनी चाहिए.
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कटारिया ने कहा चिकित्सक जो प्रिस्क्रिप्शन में अतिरिक्त और फालतू दवाइयां लिखते हैं, इस पर भी अंकुश रखना चाहिए. वहीं जो चिकित्सक उल्लेखनीय काम करते हैं और सेवा भाव से काम करते हैं. उनका जिला और राज्य स्तर पर सम्मान भी होना चाहिए, जिससे अन्य चिकित्सक प्रेरित हो सकें.