जयपुर.राज्यसभा की 4 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने अपने विधायकों को सुरक्षा घेरे में ले लिया है. हालांकि इस चुनाव में भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा के उतरने से मुकाबला रोचक हो गया. जिसके बाद कांग्रेस को हॉर्स ट्रेडिंग का डर भी सता रहा है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया कहते हैं कि डर कांग्रेस को है, इसीलिए वो उदयपुर में है. कटारिया के अनुसार जिन विधायकों की कोहनी में लालच का गुड़ लगाया था, अब उनमें असंतोष का लावा उबल रहा है.
40 साल में कोई उदाहरण बता दो...:भाजपा मुख्यालय से विधायकों को प्रशिक्षण केंद्र के नाम पर ले जाते समय ईटीवी भारत ने कटारिया से जब इस बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने बीजेपी विधायकों के कैम्प को बाड़ाबंदी मानने से इनकार कर (Kataria on BJP political fencing) दिया. कटारिया ने कहा हमने नामांकन के दौरान ही विधायकों के प्रशिक्षण केंद्र का ऐलान कर दिया था और पिछले 40 साल में ऐसा कौन सा राज्यसभा चुनाव रहा, जब भाजपा ने इस प्रकार का कैंप ना लगाया हो. कटारिया ने कहा कि भाजपा को इन चुनावों में किसी बात का डर नहीं है. डर कांग्रेस को है, इसलिए उनके विधायक उदयपुर में हैं और खुद मुख्यमंत्री जी भी उदयपुर में ही टिके हुए हैं. कटारिया ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को केवल अपनी कुर्सी और सत्ता बचाए रखने का ध्यान रहता है, जबकि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह खराब हो चुकी है.