जयपुर. राज्यसभा की 4 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर कांग्रेस के साथ भाजपा ने भी कमर कस ली है. विपक्ष पहले कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी पर सवाल उठा रहा था लेकिन अब खुद भाजपा भी अपने विधायकों की बाड़ाबंदी (gulab chand kataria on Bjp Mlas barricading) कर रही है तो नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के सुर बदल गए हैं. वे कहते हैं कि सावधानी रखना बाड़ेबंदी नहीं बल्कि समझदारी है. कटारिया इस चुनाव में कोई बड़ा गेम और तमाशा होने की संभावना में भी जता रहे हैं.
सोमवार को मीडिया में दिए गए बयान में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संभावना जताई कि इन चुनावों में कोई बड़ा गेम और तमाशा हो सकता है. उन्होंने कहा कि पिछले दो बार से कांग्रेस और समर्थित विधायकों की बाड़ाबंदी में जो आश्वासन मुख्यमंत्री ने विधायकों को दिए थे वह अब तक पूरे नहीं हुए हैं जिसके चलते कई विधायकों में अंदर ही अंदर चिंगारी सुलग रही है. कटारिया ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने इस बार 2 जून से ही विधायकों की बाड़ेबंदी शुरू कर दी है जिससे साफ है कि इस चुनाव में पार्टी के पसीने छूट रहे हैं.
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इन चुनाव में छोटी सी गलती भी पड़ जाती है भारी
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि इन चुनाव में सावधानी रखना बाड़ेबंदी नहीं, बल्कि समझदारी कहलाती है. कटारिया ने कहा कि बीजेपी को यदि विधायकों की बाड़ेबंदी करनी होती तो बहुत पहले कर लेती लेकिन अभी प्रशिक्षण के लिए उनको एक जगह रखा जाएगा. नेता प्रतिपक्ष के अनुसार इस चुनाव में वोटिंग बहुत ही टिपिकल होती है. ऐसे में एक छोटी सी गलती कई बार बहुत भारी पड़ जाती है. कटारिया ने कहा कि बीजेपी ट्रेनिंग कैंप में वोट देने की ही प्रक्रिया विधायकों को समझाई जाएगी और बचे हुए समय में पार्टी से जुड़ी अन्य रणनीति पर भी बैठकर विचार किया जाएगा.
मंगलवार को नरेंद्र तोमर और अरुण सिंह भी होंगे कैम्प में शामिल
मंगलवार को भाजपा विधायकों के प्रशिक्षण कैंप में राज्यसभा चुनाव के लिए बनाए गए प्रभारी व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह शामिल होंगे. वे दोनों ही प्रशिक्षण कैंप के दौरान विधायकों को विभिन्न सत्रों में संबोधित करेंगे. वहीं भाजपा के समर्थन से खड़े किए गए दूसरी सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. सुभाष चंद्रा की जीत को लेकर भी रणनीति बनाई जाएगी.