जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने 14 जुलाई से पहले शिक्षा विभाग में किए गए तबादलों को तबादला उद्योग करार दिया है. कटारिया ने उन अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले की जांच की मांग उठाई है जिनका स्थानांतरण 14 जुलाई से पहले किया जा चुका था.
कटारिया ने कहा कि सरकार ने भले ही पारदर्शिता की बात कहते हुए 14 जुलाई से 14 अगस्त यानी एक माह के लिए तबादलों पर से प्रतिबंध हटाया हो, लेकिन शिक्षा विभाग में तबादलों पर प्रतिबंध के बावजूद सैकड़ों प्रधानाचार्यों और तृतीय वेतन श्रंखला तक के शिक्षकों का तबादला किया गया.