जयपुर.माउन्ट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने और 11 देशों में 4 लाख 25 हजार किलोमीटर (Group of climbers returned jaipur) पैदल यात्रा करने वाले पर्वतारोहियों का दल शुक्रवार को जयपुर पहुंचा. दल ने संभागीय आयुक्त विकास सीतारामजी भाले और जिला कलेक्टर राजन विशाल से उनके कार्यालय कक्ष में मुलाकात कर पर्यावरण और सामाजिक सुधार के संदेशों को लेकर चर्चा की.
संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर ने दल के सदस्यों के अदम्य साहस और कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की. उन्होंने दल के सदस्यों से पर्यावरण सुरक्षा के लिए विभिन्न राज्यों और देशों में किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली. पर्वतारोहियों ने बताया कि देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा से हरिद्वार के रास्ते वे यहां पहुंचे हैं. दल के सदस्य सड़क सुरक्षा, बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ, नशा मुक्ति सहित अन्य जागरूक कार्यक्रमों के बारे में यात्रा के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में लोगों से सीधा संवाद कर प्रचार-प्रसार करते हैं.
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पर्यावरण संरक्षण को बनाया अपने जीवन का लक्ष्य: पर्वतारोही दल के लीडर अवध बिहारीलाल ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के दोहरारा गांव निवासी हैं. 30 जुलाई 1980 में लखीमपुर में आई बाढ़ में उनका पूरा परिवार खत्म हो गया था, उस समय वे 13 वर्ष के थे. इस दौरान वे तीन दिन तक पेड़ पर बैठे रहे, तब सेना के हेलीकॉप्टर ने उनकी जान बचाई. इसके बाद से अवध बिहारीलाल ने पर्यावरण संरक्षण को अपने जीवन का लक्ष्य मान लिया.
दल के अन्य सदस्य लखनऊ के जितेन्द्र प्रताप ने बताया कि अवध बिहारी लाल के साथ वो 11 वर्ष की आयु में 1995 में जुड़े थे. उन्होंने बताया कि भारत सहित अन्य 11 देशों की पैदल यात्रा कर 14 करोड़ 50 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं. उनके दल में महेन्द्र प्रताप और गोविंदा नंद, विजय शंकर सहित 20 सदस्य हैं. सभी सदस्यों ने देह दान कर रखा है तथा पर्यावरण सरंक्षण, बेटी-बचाओ, बेटी पढाओ का संदेश रास्ते में मिलने वाले युवाओं को दे रहे हैं. दल के सदस्यों ने बताया कि जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर सामाजिक सदेशों और पर्यावरण के लिए किए सकल्पों की जानकारी देंगे.