जयपुर. यूपी के हाथरस में दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में अब सियासत परवान पर है. गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस के लिए निकले, लेकिन दोनों को यमुना एक्सप्रेस वे पर यूपी पुलिस ने रोक दिया.
इसके बाद दोनों नेता पैदल ही हाथरस के लिए निकले तो थोड़ी देर बाद पुलिस के साथ उनकी धक्का-मुक्की हो गई. जिसके बाद पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया. इस मामले में राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हाथरस में जिस तरीके से एक दलित बच्ची के साथ पहले दुष्कर्म होता है, फिर उसकी जीभ काट दी जाती है और उसके बाद उसका इलाज नहीं कराने से जब उसकी मृत्यु हो जाती है तो घर वालों को उसका शव नहीं सौंपकर आधी रात को पुलिस कस्टडी में शव को जलाना योगी सरकार की मानसिकता दिखाता है.
'निर्ममता पूर्वक धक्का-मुक्की की गई'
डोटासरा ने कहा कि इस मामले में जब न्याय दिलाने के लिए राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने जाना चाहते हैं तो पुलिस की ओर से निर्ममता पूर्वक धक्का-मुक्की की गई. साथ ही कार्यकर्ताओं की पिटाई की गई और पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दिया गया. इससे बड़ी अराजकता, निर्दयता और निष्ठुरता मोदी सरकार और योगी सरकार की नहीं हो सकती है.
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गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में अगर थोड़ी भी नैतिकता और इंसानियत है तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस्तीफा दिलवाना चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वे ऐसे व्यक्ति हैं जो बात साधु होने की करते हैं और घटनाएं इस तरीके की निर्ममता पूर्वक करवाते हैं.