जयपुर.राजस्थान में सियासी उठापटक के समय फोन टैपिंग का जिन्न रह-रह कर बाहर आ रहा है. फोन टैपिंग मामले में 17 मार्च को विधानसभा में सरकार की ओर से जवाब दिया गया था. जिसमें किसी भी विधायक, मंत्री के फोन टैपिंग से साफ इनकार किया गया था. लेकिन 10 दिन बाद एक बार फिर फोन टैपिंग का मुद्दा गर्मा गया है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली में फोन टैपिंग मामले में मंत्री शांति धारीवाल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एचडी लोकेश शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है.
डोटासरा का शेखावत पर हमला पढ़ें:फोन टैपिंग मामला : केंद्रीय मंत्री शेखावत ने की शिकायत, क्राइम ब्रांच करेगी जांच
शेखावत के एफआईआर के बाद एक बार फिर से राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है. कांग्रेस की तरफ से एफआईआर पर पहली प्रतिक्रिया प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दी. गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट करते हुए कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत एफआईआर की नौटंकी बंद करें और राजस्थान आकर अपना वॉइस सैंपल एसीबी को दें. ताकि प्रदेश की सरकार गिराने की साजिश में उनकी संलिप्तता का सच बाहर आ सके.
तुगलक रोड थाने में दर्ज करवाया केस
गजेंद्र सिंह शेखावत ने फोन टैपिंग मामले में तुगलक रोड थाना पुलिस को शिकायत दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए इस शिकायत को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है. क्राइम ब्रांच पूरे मामले की जांच कर यह पता लगाएगी कि किस तरीके से यह फोन टैपिंग की गई थी और पूरे मामले में किन लोगों की लापरवाही है.