जयपुर. राजस्थान में सियासी उठापटक लगातार जारी है. कांग्रेस विधायकों को जयपुर के होटल फेयरमाउंट में रखा गया है. भाजपा के नेता संबित पात्रा की प्रेस वार्ता के बाद राजस्थान में भी कांग्रेस की ओर से प्रेस वार्ता की गई. फेयर माउंट होटल के बाहर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि बागी विधायक पार्टी में आते हैं और भूल स्वीकार करते हैं तो उनके प्रति सहानुभूति रखी जाएगी. आज भी पार्टी ने उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है.
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि मानेसर में ठहरे विधायकों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया. राजस्थान एसओजी की टीम मानेसर पहुंची तो करीब 1 घंटे तक हरियाणा पुलिस ने एसओजी को बाहर ही रोक लिया और होटल में ठहरे राजस्थान के विधायकों को दूसरे रास्ते से बाहर निकाल कर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया.
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उन्होंने कहा कि एसओजी ऐसी संस्थान है जो कभी भी कार्रवाई कर सकती है. अगर कोई अपराधी अपराध करके भाग गए और दूसरे राज्य की पुलिस से सहयोग नहीं करेगी और उसे काम करने से रोकने का देश के इतिहास का यह अजीबोगरीब मामला है. डोटासरा ने कहा कि संबित पात्रा यह कह रहे हैं कि हमने चोरी की, डकैती की, लेकिन आपने उसे कैमरे में कैद कैसे किया. एक भी 19 विधायकों में से नहीं कह रहा कि उनकी बातों को टेप की गई है. यह भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व प्रेस वार्ता करके ही कह रहा है.
डोटासरा ने कहा कि यह जो चोरी हुई है प्रजातंत्र की, उस मामले में खुलासा हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए हुए कहा कि अगर भाजपा इसमें शामिल नहीं है तो फिर मानेसर के होटल में राजस्थान पुलिस को क्यों रोका गया. यदि दोषी व्यक्ति प्रदेश की सीमा से बाहर निकल जाए तो क्या दूसरे प्रदेश की पुलिस को सहयोग नहीं करना चाहिए था. अगर ऐसा नहीं होगा तो एक तो हम विजय माल्या, नीरव मोदी जैसों को लाने की बात कह रहे हैं और दूसरी और अपने ही देश के दूसरे राज्यों में ऐसे नेताओं को दूसरी जगह ले जाया गया है.
'भाजपा जासूसी में एक्सपर्ट है'