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कृषि और बागवानी में जैविक और प्राकृतिक पद्धतियों का उपयोग वर्तमान समय की मांग: राज्यपाल कलराज मिश्र - विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.जीतसिंह संधू

राज्यपाल कलराज मिश्र (Governor Kalraj Mishra) ने राजभवन उद्यान में बूंद-बूंद सिंचाई प्रणाली ( drip irrigation system) अजोला उत्पादन (Azolla Production) और वर्मी कंपोस्ट इकाइयों (Vermicompost Units) का उद्घाटन किया है. इसके साथ ही राज्यपाल ने इन इकाइयों की कार्यप्रणाली को लेकर भी जानकारी ली है. कृषि और बागवानी में प्राकृतिक पद्धतियों को बढ़ावा देने वाली तकनीकों को आमजन तक पहुंचाने के भी निर्देश दिए हैं.

Governor Kalraj Mishra inaugurated agricultural units
राज्यपाल कलराज मिश्र ने किया कृषि इकाइयों का उद्घाटन

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Published : Sep 22, 2021, 5:36 PM IST

जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र (Governor Kalraj Mishra) ने बुधवार को राजभवन उद्यान (Raj Bhavan Garden) में श्रीकर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर ( Shrikarn Narendra Agricultural University Jobner) की ओर से निर्मित बूंद-बूंद सिंचाई प्रणाली (drip irrigation system) अजोला उत्पादन (Azolla Production) और वर्मी कंपोस्ट इकाइयों (Vermicompost Units) का उद्घाटन किया है.

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राजभवन उद्यान में बूंद-बूंद सिंचाई प्रणाली, अजोला उत्पादन और वर्मी कंपोस्ट इकाइयों का उद्घाटन कर राज्यपाल ने राजभवन में स्थापित इन इकाइयों की लघु कार्यप्रणाली का अवलोकन कर इनकी उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी ली है. उन्होंने कृषि और बागवानी में प्राकृतिक पद्धतियों को बढ़ावा देने वाली तकनीकों को आमजन तक पहुंचाने के भी निर्देश दिए हैं.

राज्यपाल ने राजभवन उद्यान में इन इकाइयों की स्थापना की सराहना करते हुए कहा कि कृषि और बागवानी में जैविक एवं प्राकृतिक पद्धतियों का उपयोग पर्यावरण के अनुकूल तो है ही, साथ ही स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्तमान समय की मांग भी है.

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विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.जीतसिंह संधू (University Vice Chancellor Prof. Jit Singh Sandhu) ने बताया कि पॉली हाउस में बूंद-बूंद सिंचाई प्रणाली से सीमित जल के उपयोग से ही पौधों को हर मौसम में आवश्यकतानुसार पर्याप्त नमी उपलब्ध हो जाती है. उन्होंने बताया कि अजोला गायों और पशुधन के लिए पौष्टिक आहार का काम करता है. जिससे दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी होती है.

साथ ही प्राकृतिक विधि से तैयार वर्मी कंपोस्ट या केंचुआ खाद से भूमि को कोई नुकसान नहीं पहुंचता और उर्वरा शक्ति भी बनी रहती है. इस दौरान कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र के सचिव सुबीर कुमार और विशेषाधिकारी गोविंद राम जायसवाल भी मौजूद रहे.

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