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अपराध नियंत्रण के साथ ही आमजन के मित्र के रूप में भी अपनी पहचान बनाए पुलिस : राज्यपाल - मित्र के रूप में भी अपनी पहचान बनाए पुलिस

राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा एवं दाण्डिक न्याय विश्वविद्यालय जोधपुर के दूसरे दीक्षांत समारोह (second convocation of Sardar Patel University Jodhpur) को राजभवन से वर्चुअली संबोधित किया. इस दौरान उन्होने कहा कि पुलिस अपराध नियंत्रण के साथ आम नागरिक के मित्र के रूप में भी अपनी पहचान बनाए. पुलिस विश्वविद्यालय के जरिए पुलिसिंग की ऐसी व्यवस्था पर काम किया जाना चाहिए. जिससे पुलिसकर्मी अपने आचार-व्यवहार से पुलिस के प्रति आमजन का विश्वास जीत सकें.

राज्यपाल कलराज मिश्र
राज्यपाल कलराज मिश्र

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Published : Feb 16, 2022, 5:09 PM IST

Updated : Feb 16, 2022, 10:40 PM IST

जयपुर (जोधपुर). राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने बुधवार को (Sardar Patel University of Police Security and Criminal Justice) सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा एवं दांडिक न्याय विश्वविद्यालय जोधपुर के दूसरे दीक्षांत समारोह को राजभवन से वर्चुअली संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल से ही पुलिस की दमनकारी छवि ही प्रचारित रही है. जिस कारण आम व्यक्ति पुलिस के पास जाते हुए डरता है. उन्होंने नागरिकों के मन में पुलिस के प्रति सम्मान की भावना पैदा करने के बारे में काम किए जाने पर जोर दिया.

कुलाधिपति ने कहा कि पुलिस का काम आमजन को सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही अपराध मुक्त समाज का निर्माण करना है. पुलिस विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षण-प्रशिक्षण के साथ मानवतावादी पहलुओं को भी अपनी शिक्षा में शामिल करे. कमजोर वर्ग को सहज न्याय प्रदान करने, महिला उत्पीड़न के प्रकरणों को रोकने और शोषण मुक्ति के लिए वृहद स्तर पर कारगर शिक्षा प्रदान करने की दिशा में इस विश्वविद्यालय को काम करना चाहिए.

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इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर ने कहा कि भारतीय संविधान विधिक या राजनीतिक दस्तावेज ही नहीं है, बल्कि सामाजिक दिशा निर्देशक भी है. संविधान के बारे में जागरुकता लाकर ही सत्यनिष्ठ एवं सजग समाज का निर्माण किया जा सकता है.

पुलिस कानूनों की व्यवहारिकता पर शोध हो :राज्यपाल मिश्र ने अंग्रेजों के दौर से चले आ रहे पुलिस कानूनों की व्यावहारिकता पर शोध एवं अनुसंधान की आवश्यकता जताई. उन्होंने कहा कि आईपीसी और सीआरपीसी की जो धाराएं प्रचलित है. वे आज भी अंग्रेजों के दौर की हैं. इन कानूनों में आमूलचूल बदलाव की जरूरत है.

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पुलिसिंग, आंतरिक सुरक्षा, साइबर सुरक्षा में भी शोधकार्य बढ़े :कुलाधिपति ने पुलिस विश्वविद्यालय में पुलिसिंग, आतंरिक सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, फोरेंसिक साइंस आदि क्षेत्रों में शोध को अकादमिक गुणवत्ता एवं सामाजिक उपयोगिता की दृष्टि से प्रभावी बनाने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि साइबर और संगठित अपराधों के बदलते रूपों का सामना करने के लिए पुलिसिंग की नवीन रणनीतियों पर गंभीर विचार-विमर्श की जरूरत है.

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राज्य सरकार ने पुलिस व्यवस्था में किए नवाचार :उच्च शिक्षा राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि अपराधों की बदलती प्रकृति को देखते हुए अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पुलिस पद्धतियों, शोध एवं अन्वेषण से जुड़े सभी पहलुओं से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया जाए. उन्होंने कहा कि आमजन के परिवादों और शिकायतों का त्वरित और समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने पुलिस व्यवस्था में कई तरह के नवाचार किए हैं.

Last Updated : Feb 16, 2022, 10:40 PM IST

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