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विधानसभा सत्र : पटल पर रखे जाएंगे 8 अध्यादेश, कांग्रेस लाएगी विश्वासमत तो BJP रखेगी अविश्वासमत प्रस्ताव

राजस्थान में 15वीं विधानसभा का पांचवा सत्र शुक्रवार से आहूत होने जा रहा है. जिसमें सरकार विश्वास मत और विपक्ष अविश्वास मत सदन में लेकर आएगी. जिसके बाद राजस्थान में चल रहे सियासी संग्राम पर पूरी तरह विराम लग जाएगा.

rajasthan assembly, राजस्थान सियासी संग्राम
राजस्थान में 15वीं विधानसभा

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Published : Aug 14, 2020, 8:06 AM IST

जयपुर. 15वीं विधानसभा का पांचवा सत्र शुक्रवार से शुरू होगा. जिसमें गहलोत सरकार विश्वास मत और विपक्ष अविश्वास मत का नोटिस स्पीकर को देगा. वहीं सदन पटल पर 8 अध्यादेश रखे जाएंगे. साथ ही सदन में कोविड-19 प्रबंधन और लॉकडाउन से आर्थिक स्थिति पर हुए अवसर पर भी चर्चा होगी.

राजस्थान विधानसभा की कार्रवाई 11:00 बजे से शुरू होगी. जिसमें विधानसभा की सचिव विधानसभा के गत सत्र में पारित उन विधेयकों का विवरण सदन की पटल पर रखेंगे, जिन पर राज्यपाल की अनुमति प्राप्त हो चुकी है. वहीं संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल आठ अध्यादेश भी सदन की मेज पर रखेंगे. जिनमें राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020, राजस्थान कृषि उपज मंडी संशोधन अध्यादेश 2020, राजस्थान माल और सेवा कर संशोधन अध्यादेश 2020, राजस्थान स्टांप संशोधन अध्यादेश 2020, राजस्थान महामारी संशोधन अध्यादेश 2020, राजस्थान आबकारी संशोधन अध्यादेश 2020, राजस्थान माल और सेवा कर द्वितीय संशोधन अध्यादेश 2020, राजस्थान पुलिस संशोधन अध्यादेश 2020 होंगे.

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अध्यादेश पटल पर रखने के बाद सदन में शोकाभिव्यक्ति और श्रद्धांजलि दी जाएगी. जिनमें मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन, मिजोरम मणिपुर और झारखंड के पूर्व राज्यपाल वेद मारवाह, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवाजीराव पाटिल निलंगेकर को श्रद्धांजलि दी जाएगी. इनके साथ ही पूर्व विधायक भंवरलाल शर्मा, बजरंग लाल शर्मा, हनुमान सहाय व्यास और लद्दाख के गलवान में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा जाएगा.

विधानसभा में रखा जाएगा सरकार की ओर से विश्वासमत और विपक्ष की ओर से अविश्वास मत

राजस्थान विधानसभा में आज महत्वपूर्ण दिन है. बीते 34 दिनों से प्रदेश में चल रहे सियासी महासंग्राम का भी आज पूरी तरीके से पटाक्षेप हो जाएगा क्योंकि शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में यह साफ हो जाएगा कि सरकार के पास बहुमत है या नहीं. इसके लिए सरकार यह साफ कर चुकी है की वह सदन में विश्वास मत लेकर आएगी.

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दूसरी तरफ विपक्ष भी सरकार की ओर से बहुमत बताने के लिए अविश्वास मत लेकर आएगा. हालांकि, लगता है कि सरकार की ओर से विश्वास मत का प्रस्ताव स्पीकर स्वीकार कर लेंगे. जिसके बाद विश्वास मत पर सरकार के पक्ष की ओर से चर्चा शुरू होगी और चर्चा के अंत में बहुमत साबित किया जाएगा. अभी यह तय नहीं है कि विश्वास मत या अविश्वास मत के लिए बहुमत साबित करने के लिए वोटिंग होगी या फिर ध्वनि मत से ही इसे पास किया जाएगा. इसका उल्लेख सदन की कार्यवाही में अब तक नहीं किया गया है.

सदन में होगी कोविड-19 प्रबंधन एवं लॉकडाउन से आर्थिक स्थिति पर हुए असर पर चर्चा

राजस्थान सरकार का भले ही इस बार सदन बुलाने के पीछे कारण यह हो कि सरकार सदन में विश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी लेकिन बताने के लिए सदन इस बार कोविड-19 के असर पर चर्चा करने के लिए बुलाया जा रहा है. ऐसे में सदन में कोविड-19 प्रबंधन और लॉकडाउन से आर्थिक स्थिति पर हुए असर पर भी चर्चा होगी.

3:00 बजे होगी कार्य सलाहकार समिति की बैठक

विधानसभा में आने वाले दिनों में क्या कुछ कार्रवाई होगी. इसके लिए कार्य सलाहकार समिति की बैठक भी विधानसभा में कमरा नंबर 101 और 102 में आयोजित होगी. कहा जा रहा है कि विश्वास मत पा लेने के बाद बाड़ेबंदी में बंद विधायक भी अपने घरों को लौट सकेंगे.

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