जयपुर.रामगंज क्षेत्र से लगातार आ रहे मामलों के बाद अब सरकार ने रामगंज को लेकर एक एक्शन प्लान तैयार किया है. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भीलवाड़ा मॉडल की बात की जा रही है, लेकिन रामगंज का इलाका बसावट के आधार पर भीलवाड़ा से काफी अलग है. क्योंकि रामगंज में छोटे-छोटे परिवार एक ही मकान में रहते हैं और विभाग के सामने इस क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना काफी मुश्किल हो रहा है.
जयपुर का रामगंज क्षेत्र बना CORONA का एपीसेंटर, सरकार ने तैयार किया ये एक्शन प्लान - जयपुर में कोरोना
जयपुर के रामगंज क्षेत्र से हर दिन कोरोना वायरस से जुड़े पॉजिटिव केस आ रहे हैं. इस समय जयपुर में सबसे अधिक 118 पॉजिटिव के सामने आ चुके हैं, जिसमें 60 प्रतिशत से अधिक मामले अकेले रामगंज क्षेत्र से सामने आए हैं. जिसके बाद जयपुर का ये क्षेत्र कोरोना वायरस का एपीसेंटर बन चुका है.
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जयपुर में जितने भी मामले अभी तक कोरोनावायरस के सामने आए हैं. उसमें 60 प्रतिशत से अधिक मामले अकेले रामगंज से मिले हैं. ऐसे में अब इस क्षेत्र में क्लस्टर बनाकर संतुलन का काम किया जा रहा है. ऐसे में रामगंज को 30 क्लस्टर में बांटा गया है और अब अधिक से अधिक सैंपलिंग्स का काम रामगढ़ क्षेत्र से किया जा रहा है. रामगंज क्षेत्र से अधिक मामले सामने आने के बाद अब इस क्षेत्र में महा कर्फ्यू लगा दिया गया है और कानूनी सख्ती भी लागू कर दी गई है.