राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

Special: Solar Plant से जगमग हो रहे हैं शहर के 21 सरकारी संस्थान, देखें ये रिपोर्ट - सरकारी भवन में लगाए जा रहे सोलर पैनल

बिजली संकट को दूर करने के लिए सरकार अब सौर ऊर्जा का सहारा ले रही है. इस ऊर्जा से अब सरकारी दफ्तरों को रोशनी से जगमग किया जा रहा है. यह प्रयास ना सिर्फ सरकारी संस्थानों के लिए अच्छा सौदा है बल्कि स्मार्ट सिटी के लिए भी यह काफी फायदेमंद साबित होगा.

जयपुर समाचार, jaipur news
सोलर प्लांट से जगमगाएगा सरकारी भवन

By

Published : Aug 12, 2020, 7:36 PM IST

Updated : Aug 12, 2020, 7:47 PM IST

जयपुर.बिजली संकट को दूर करने के लिए सरकार तरह-तरह के कयास लगाती रहती है कि आखिरकार किस प्रकार से इस समस्या से पार पाया जाए. इसी क्रम में बिजली संकट को दूर करने के लिए राजधानी में जयपुर स्मार्ट सिटी के तहत शहर भर के सरकारी इमारतों में सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं. करीब 11 करोड़ की लागत से अब तक 3 फेज में 21 संस्थानों को रोशन किया गया है. वहीं, अब 9 करोड़ खर्च कर 6 संस्थानों को और जगमग करने की तैयारी की जा रही है.

सोलर प्लांट से जगमगाएगा सरकारी भवन

बड़े-बड़े बिजली के बिल और अघोषित बिजली की कटौती से सरकारी संस्थानों को निजात दिलाने के लिए जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं. 11 करोड़ की लागत से निगम कार्यालय, यूनिवर्सिटी एवं इसके संघटक कॉलेजों, आरटीओ कार्यालय समेत 21 सरकारी इमारतों में लाइट, एसी, कूलर, पंखे, कंप्यूटर इसी सोलर प्लांट से उत्पादित हो रही बिजली से चल रहे हैं. इससे लाखों के बिजली बिल की बचत हो रही है.

सोलर प्लांट से गुलजार होंगे भवन

पढ़ें-जन्माष्टमी विशेष: 303 साल में पहली बार अपने आराध्य के दर्शन नहीं कर पाएंगे जयपुरवासी

इस संबंध में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट सीईओ लोक बंधु ने बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन का एक लक्ष्य था कि अक्षय ऊर्जा को प्रमोट करें और पारंपरिक ऊर्जा की खपत को कम करें. इसी के लिए तीन चरण में 21 सरकारी इमारतों पर सोलर पैनल लगवाए हैं, जिससे करीब 2030 किलोवाट प्रोडक्शन किया जा रहा है और अब चौथे चरण में 6 सरकारी इमारतों पर 2000 किलोवाट प्रोडक्शन कैपेसिटी वाले सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं.

चौथे फेज का हो रहा है काम

सोलर पैनल प्रोजेक्ट - पहला चरण

संस्थान कैपेसिटी लागत
नगर निगम मुख्यालय 40 किलोवाट 32 लाख
चौगान स्टेडियम 30 किलोवाट 24 लाख
चौहान गैराज 30 किलोवाट 24 लाख

सोलर पैनल प्रोजेक्ट - दूसरा चरण

संस्थान कैपेसिटी लागत
पीजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स 150 किलोवाट 1 करोड़ 3 लाख
पीजी कॉलेज ऑफ सोशल साइंस 150 किलोवाट 1 करोड़ 3 लाख
सेंट्रल लाइब्रेरी 100 किलोवाट 69 लाख
लॉ कॉलेज 200 किलोवाट 1 करोड़ 38 लाख
विज्ञान भवन 150 किलोवाट 1 करोड़ 35 लाख
ह्यूमनिटी बिल्डिंग 100 किलोवाट 69 लाख
फाइन आर्ट्स 100 किलोवाट 69 लाख

सोलर पैनल प्रोजेक्ट - तीसरा चरण

तीन फेज तक हो चुके हैं काम
संस्थान कैपेसिटी लागत
महारानी कॉलेज 300 किलोवाट 1 करोड़ 80 लाख
महाराजा कॉलेज 100 किलोवाट 60 लाख
गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज 50 किलोवाट 30 लाख
गवर्नमेंट आईटीआई कॉलेज 50 किलोवाट 30 लाख
एसएमएस स्टेडियम 100 किलोवाट 60 लाख
शूटिंग रेंज जगतपुरा 60 किलोवाट 36 लाख
कॉमर्स कॉलेज 100 किलोवाट 60 लाख
पोद्दार कॉलेज 50 किलोवाट 30 लाख
राजस्थान कॉलेज 100 किलोवाट 60 लाख
आरटीओ ऑफिस बिल्डिंग 50 किलोवाट 30 लाख
आरटीओ जगतपुरा 20 किलोवाट 12 लाख

सोलर पैनल प्रोजेक्ट - चौथा चरण

संस्थान कैपेसिटी लागत
एसएमएस अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज 1000 किलोवाट 4 करोड़ 50 लाख
रिजर्व पुलिस लाइन 300 किलोवाट 1 करोड़ 35 लाख
जेके लोन अस्पताल 300 किलोवाट 1 करोड़ 35 लाख
जनाना अस्पताल 100 किलोवाट 45 लाख
कलेक्ट्रेट कार्यालय 200 किलोवाट 90 लाख
गणगौरी अस्पताल 100 किलोवाट 45 लाख

पढ़ें-स्पेशल: द्वारकाधीश मंदिर में ठाट-बाट से होगा जन्माष्टमी का उत्सव, भक्तों का प्रवेश निषेध

चौथे चरण की बात की जाए तो एसएमएस अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज, रिजर्व पुलिस लाइन, जेके लोन अस्पताल, जनाना अस्पताल और कलेक्ट्रेट कार्यालय का काम लगभग-लगभग पूरा हो चुका है. वहीं, गणगौरी अस्पताल में सोलर पैनल लगाना अभी बाकी है. स्मार्ट सिटी सीईओ ने बताया कि इन इमारतों में जो बिजली की खपत कम होगी. उससे बिजली बिल में भी बचत होगी. इस बचत को 50 फीसदी स्मार्ट सिटी लिमिटेड के साथ शेयर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सितंबर अंत तक चौथे चरण का काम भी पूरा कर लिया जाएगा.

Last Updated : Aug 12, 2020, 7:47 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details