जयपुर. पायल रोहतगी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. जिसके बाद से सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेज हो गई है कि पायल रोहतगी को जेल भेजना क्या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला तो नहीं है. ऐसे में कांग्रेस समर्थक कांग्रेस के साथ तो वहीं, भाजपा के समर्थक पायल के पक्ष में बात कर रहें है.
शशि थरूर के ट्वीट पर गहलोत का तंज,कहा- शशि थरूर तो शशि थरूर ही हैं लेकिन खास बात ये है कि कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने पायल रोहतगी की गिरफ्तारी को गलत बताया है. थरूर ने कहा कि पायल ने गलत और संघ की और से फैलाये गये वॉट्सअप मैसेज को आगे बढ़ाया है. लेकिन इस बात के लिए उन्हें गिरफ्तार करना समझदारी नहीं है. अभिव्यक्ती की आजादी का मतलब है कि पायल को बिना किसी पुलिस कार्रवाई के उनकी बेवकूफी की बाते बोलने दिया जाए और तुरन्त छोड़ दिया जाए.
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वहीं, मामला राजस्थान से जुड़ा होने और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की ओर से पायल की गिरफ्तारी पर सवाल उठाने के बाद प्रदेश के मुखिया से भी सवाल पूछा गया. जिसके जवाब में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ज्यादा तो नहीं कहा लेकिन जिस लहजे में उन्होंने कहा कि शशि थरूर तो शशि थरूर है. जिससे साफ है कि उन्हें थरूर का ट्वीट पसंद नही आया है.
वहीं, बीजेपी के धरने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह धरना पार्टी में चल रही राजनीति में परफॉर्मेंस दिखाने के लिए हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर विरोध करना था तो क्या बीजेपी एक साल पूरा होने का इंतजार कर रही थी. साथ ही गहलोत ने कहा कि उपवास धरना विपक्ष को देना चाहिए. लेकिन सच्ची बातों को लेकर अगर वो सच्चाई के साथ काम नहीं करेंगे तो इस धरने का लाभ भी कांग्रेस को ही मिलेगा.